अगर आपका बच्चा है बहुत ज्यादा गुस्से वाला तो उसके गुस्से को करें इस तरह से कंट्रोल
बच्चे भगवान की सबसे खुबसूरत रचना है। बच्चों को इश्वर का रूप भी मन जाता है, क्योंकि बच्चों का मन सबसे साफ़ होता है। उनके मान में ना ही किसी के लिए द्वेष होता है और ना ही किसी तरह का पाप होता है। उनके दिल में सबसे लिए प्रेम होता है, वह बुरे लोगों को भी अच्छीं नजरों से देखते हैं। बच्चे सबसे ज्यादा अपनी माँ को पसंद करते हैं और हर समय उन्हें ही देखना चाहते हैं।
दुनिया का हर बच्चा होता है एक जैसा:
दुनिया के सभी बच्चे लगभग एक ही तरह के होते हैं। ऐसा शायद ही कोई व्यक्ति होगा जिसनें अपने बचपन में शरारत ना की हो। दुनिया का हर बच्चा शरारत करनें में माहिर होता है। हालाँकि हम यह नहीं कह रहे हैं कि सभी बच्चे ऐसे ही होते हैं, कुछ बच्चे बड़े ही शांत स्वाभाव के भी होते हैं। कुछ लोगों का मानना है कि बच्चों को बचपन में शरारत करनी ही चाहिए, इससे वह जवानी में ज्यादा गलतियाँ नहीं करते हैं।
बच्चों की बचपन में शरारत करनी चाहिए, लेकिन कुछ बच्चे इतनी ज्यादा शरारत करते हैं कि वह सबकी नाक में दम कर देते हैं। घर के सदस्य हों या कोई बहार वाला हो, बच्चों की शरारत से सभी परेशान रहते हैं। कई बार बच्चों की शरारत की वजह से माँ को काफी परेशानी उठानी पड़ती है, इस वजह से माँ चाहती है कि वह किसी तरह से अपनें बच्चे की शरारत को कम कर सके।
गुस्से से फेंकने लगते हैं घर की चीजें इधर-उधर:
कई बार बच्चे किसी चीज को लेकर जिद पकड़ लेते हैं और तब तक नहीं छोड़ते हैं जब तक वह पूरी ना हो जाए। बच्चे जब गुस्सा हो जाते हैं तो वह खाना-पीना बंद कर देते हैं और घर की चीजें इधर-उधर फेंककर तोड़ने लगते हैं। ऐसी स्थिति में माता-पिता भी नहीं समझ पाते हैं कि वह अपने बच्चों के गुस्से को किस तरह से कम करें। अगर आप भी अपने बच्चे के गुस्से की वजह से परेशान हैं तो चिंता छोड़ कुछ आसान टिप्स अपनाइए, यह आपके लिए फायदेमंद होगा।
बच्चों के गुस्से को कम करनें के लिए अपनाए ये टिप्स:
*- बच्चों के सामनें भूलकर भी कभी अपने गुस्से को जाहिर ना करें, इससे उनके मन पर नकारात्मक असर पड़ेगा।
*- बच्चों के सामने भूल से भी कभी ऐसे सीरियल या फ़िल्में ना देखें जिसमें लड़ाई-झगड़े या गली-गलौच का इस्तेमाल किया जाता है।
*- अपने बच्चों को ज्यादा गुस्से वाले लोगों से हमेशा ही दूर रखें।
*- अगर बच्चा शरारती या ज्यादा गुस्सैल हो तब भी उससे हमेशा अच्छे से पेश आयें। एक ना एक दिन उसका गुस्सा जरुर कम होनें लगेगा।
*- बच्चों को बात-बात पर शारीरिक दंड देने से बचना चाहिए।
*- कई बार जब माता-पिता बच्चों पर ध्यान नहीं देते हैं तो वह उनका ध्यान आकर्षित करनें के लिए भी ऐसा करते हैं। इस बात का हमेशा आप ध्यान रखें और कुछ गलत करनें से पहले सोचें।
*- अपने बच्चों को यह बताएं कि वो आपके लिए सबकुछ हैं और आप उनसे काफी प्यार करते हैं।