जीवन में होना चाहते हैं सफल तो करें अपनी इन आदतों का त्याग, सफलता के रास्ते में बाधा बनती हैं ये आदतें
धर्म इंसान को जीवन जीने का सही तरीका बताता है। धार्मिक ग्रन्थ इंसान को सही रास्ता दिखाते हैं। जीवनमे इंसान को क्या करना चाहिए और किन चीजों से उसे दूर रहना चाहिए, इसका ज्ञान हमें धार्मिक ग्रन्थ और पुस्तकें कराती हैं। हिन्दू धर्म में कई ग्रन्थ, पुराण और उपनिषद हैं। सभी में इंसान के बेहतर जीवन के उपाय बताये गए हैं। वेदों में भी वही बताया गया है, जिससे इंसानों का कल्याण हो सके। इन्ही धर्मग्रंथों में से एक महत्वपूर्ण धर्मग्रन्थ है गरुण पुराण।
गरुण पुराण की बातों को अपनाकर जी सकता है खुशहाल जीवन:
गरुण पुराण भगवान विष्णु का पुराण माना जाता है। जो भगवान विष्णु न अपने वाहन गरुण को उपदेश दिया था, आज वही गरुण पुराण के नाम से जाना जाता है। गरुण पुराण में कई ऐसी नीतियों के बारे में बताया गया है, जिसका पालन करनें पर इंसान का जीवन बेहतर हो जाता है। इन बातों को मानकर कोई भी व्यक्ति एक खुशहाल जीवन जी सकता है। जीवन में कई लोग असफल रह जाते हैं। गरुण पुराण में कई ऐसे कारणों का भी जिक्र किया गया है, जिसकी वजह से इंसान जीवन में असफल रह जाता है।
गरुण पुराण की महत्वपूर्ण बातें:
*- किसी भी काम में सफल होनें के लिए उस काम से सम्बंधित ज्ञान का होना बहुत ही आवश्यक है। जब व्यक्ति अज्ञानी या अधूरे ज्ञान वाला होता है तो उसे जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में जितना ज्यादा ज्ञान हो सके एकत्र करना चाहिए। अगर व्यक्ति के पास ज्ञान होगा तो वह अच्छे और बुरे में भंली-भाँती फर्क कर पायेगा।
*- जो लोग अहंकार से भरे होते हैं, वह जीवन में कभी भी सफलता नहीं पाते अगर गलती से किसी अहंकारी व्यक्ति को जीवन में सफलता मिल भी जाती है तो वह ज्यादा देर तक नहीं टिकती है। गरुण पुराण के अनुसार जिस व्यक्ति में अहं की भावना होती है, उसका पतन जल्दी होता है।
*- किसी भी चीज के प्रति बहुत ज्यादा मोह नहीं करना चाहिए। ज्यादा मोह की वजह से व्यक्ति सही और गलत में फर्क नहीं कर पाता है। इस वजह से उसे जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
*- जब व्यक्ति असफल हो जाता है तो उसे गुस्सा आना स्वाभाविक है। लेकिन जो व्यक्ति अपने गुस्से पर नियंत्रण करना जनता है, वह भविष्य में जरुर सफल होता है। इसके उलट जो व्यक्ति अपने गुस्से पर नियंत्रण नहीं रख पाते हैं, उन्हें सफलता नहीं मिल पाती है और परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है।
*- गरुण पुराण कहता है, जिन लोगों के मन में असुरक्षा की भावना होती है, वह किसी काम में मन नहीं लगा पाते हैं। वह खुद को हर समय असुरक्षित ही महसूस करते हैं और अपना ज्यादा ध्यान खुद को सुरक्षित करनें में लगाते हैं।