भारत की देखा-देखी पाक ने चीन से मांगी बुलेट ट्रेन, चाइना का जवाब सुनकर उड़ गए तोते– देखें वीडियो
गांधीनगर – जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे 13 सितंबर को दो दिनों के लिए भारत दौरे पर आये हुए थे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे अहमदाबाद में गुरुवार सुबह मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया। दोनों देशों के बीच विज्ञान और तकनीक, रिसर्च समेत करीब 15 क्षेत्रों में अहम समझौते हुए हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि बुलेट ट्रेन भारतीय रेलवे में नया परिवर्तन लेकर आएगी तथा लाखों लोगों के रोजगार का सृजन होगा। When Pakistan demanded bullet train from China.
पाकिस्तान ने चीन से मांगी बुलेट ट्रेन
भारत में बुलेट ट्रेन कि शुरुआत से पाकिस्तान जल-भून गया है। इसी जलन से पाकिस्तान ने भी बुलेट ट्रेन के लिए चीन से बात की, लेकिन पाकिस्तान जो इस वक्त चीन का सबसे करीबी हुआ है उसे इस बात का कतई अंदाजा नहीं रहा होगा कि उसे चीन से इस तरह का जवाब मिलेगा। पाकिस्तान की बुलेट ट्रेन कि मांग पर चीन ने पाकिस्तान को साफ़ मना करते हुए काह कि पाकिस्तान जैसे देश में बुलैट ट्रेन नहीं चल सकती। इसलिए वो बुलेट ट्रेन का ख्वाब देखना छोड़ दे।
पाकिस्तान कि इस बेइजती का खुलासा उस वक्त हुआ जब खुद पाकिस्तान के रेल मंत्री रफीक ने नेशनल असेम्बली में कहा कि पाकिस्तान के पास इतने पैसा नहीं है कि वहां बुलेट ट्रेन लायी जा सके। रफीक ने यहां इस बात का भी खुलासा किया कि उन्होंने चीन से भी इस बारे में बात कि थी, लेकिन चीन ने साफ़ मना कर दिया। रफीक ने यहां तक कहा कि चीन ने न सिर्फ बुलेट ट्रेन देने से इंकार किया बल्कि हँसते हुए उनका मज़ाक भी उड़ाया।
भारत-जापान की दोस्ती देख बौखलाया चीन
इधर शिंजो आबे और प्रधानमंत्री मोदी के बीच दोस्ती को देख चीन बेचैन हो उठा है। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने दोनों देशों के बीच बढ़ती नजदिकियों पर कहा है कि, “हम क्षेत्रीय देशों के बीच गुटबाजी के बजाए पार्टनरशिप की वकालत करते हैं।” यह बात चीनी प्रवक्ता ने जापान के प्रधानमंत्री की भारत दौरे के को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कही। जिससे चीन की बौखलाहट साफ झलक रही है।
इससे पहले जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने इशारों ही इशारों में चीन को समझाते हुए कहा, “ताकत से सीमा में बदलाव का हम विरोध करते हैं। भारत का शक्ति संपन्न होना जापान और जापान का शक्तिशाली होना भारत के हित में है।” इस दौरान शिजों आबे ने प्रधानमंत्री मोदी की जमकर में कहा कि पीएम मोदी एक ग्लोबल और दूरदर्शी नेता हैं। इसके अलावा शिजों ने एक अहम बात इस तरह से बताई। उन्होंने कहा कि जापान का ‘JA’ और इंडिया का ‘I’ मिलकर जय बनता है।