‘बुलेट दोस्ती’ पर फिर गिड़गिड़ाया चीन, कहा – मोदी पार्टनरशिप नहीं गुटबाजी कर रहे हैं
गांधीनगर – जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे 13 सितंबर को दो दिनों के लिए भारत आ चुके हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे अहमदाबाद में गुरुवार सुबह मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया। दोनों देशों के बीच विज्ञान और तकनीक, रिसर्च समेत करीब 15 क्षेत्रों में अहम समझौते हुए हैं। Agreements between india japan.
भारत-जापान की दोस्ती देख बौखला गया चीन
शिंजो आबे और प्रधानमंत्री मोदी के बीच दोस्ती को देख चीन बेचैन हो उठा है। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा दोनों देशों के बीच बढ़ती नजदिकियों पर कहा है कि, “हम क्षेत्रीय देशों के बीच गुटबाजी के बजाए पार्टनरशिप की वकालत करते हैं।” यह बात चीनी प्रवक्ता ने जापान के प्रधानमंत्री की भारत दौरे के को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कही। जिससे चीन की बौखलाहट साफ झलक रही है।
चीन को शिंजो आबे ने दे डाली नसीहत
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने इशारों ही इशारों में चीन को समझाते हुए कहा, “ताकत से सीमा में बदलाव का हम विरोध करते हैं। भारत का शक्ति संपन्न होना जापान और जापान का शक्तिशाली होना भारत के हित में है।” इस दौरान शिजों आबे ने प्रधानमंत्री मोदी की जमकर में कहा कि पीएम मोदी एक ग्लोबल और दूरदर्शी नेता हैं। इसके अलावा शिजों ने एक अहम बात इस तरह से बताई। उन्होंने कहा कि जापान का ‘JA’ और इंडिया का ‘I’ मिलकर जय बनता है।
मोदी ने बताया कैसे मुफ्त में मिलेगी बुलेट ट्रेन
पीएम मोदी ने भारत को बुलेट ट्रेन मुफ्त मिलने की गणित को समझाया। उन्होंने बताया कि जब हम बैंक से लोन लेते हैं तो हमें बैंक को 6 या 7 फीसदी की दर से ब्याज देना पड़ता है। जब आप कुछ खरीदने के लिए बाजार में जाते हैं, तो आप एक-एक पैसे का हिसाब करते हैं। ऐसे ही अगर कोई बाइक खरीदता है तो 10 बैंकों में ब्याज के बारे में पता करती है। ऐसे में अगर कोई बैंक ब्याज दर में थोड़ी भी छुट दे देता है तो हमें खुशी होती है। ऐसे ही जापान हमें 88 हजार करोड़ रुपये का लोन महज 0.1 फीसदी के ब्याज दर पर दे रहा है।