यह व्यक्ति है केवल पांचवी पास, पर सैलरी है 20 करोड़ रुपये!
धर्मपाल गुलाटी– बड़ा और अमीर बनने की चाहत हर किसी की होती है. हर कोई पैसा कमाकर ऐशो- आराम की ज़िंदगी जीना चाहता है. पर सिर्फ सोचने से कुछ नहीं होता. इसके लिए कड़ी मेहनत और लगन की ज़रुरत होती है. कुछ ही लोगों में इस सपने को पूरा कर पाने की हिम्मत होती है.
आमतौर पर कहते हैं कि अच्छी पढ़ाई होने पर ही इंसान कुछ कर सकता है. लोगों का मानना है कि अच्छी शिक्षा मिलने पर ही अच्छी नौकरी मिलती है. पर यह बात सच नही है. कुछ लोग ऐसे भी पैदा हुए हैं जिन्होंने इस बात को ग़लत साबित कर दिखाया है. भारत और विदेशों में कई ऐसी बड़ी हस्तियां हैं जिन्होंने कम पढ़ाई होने के बावजूद पूरी दुनिया में अपने नाम का परचम लहराया है.
आज हम जिस व्यक्तित्व की बात करने जा रहे हैं वह इनमें से ही एक हैं. कम पढ़े-लिखे होने के बावजूद इनका नाम देश के सबसे बड़े उद्योगपतिओं में शामिल है.
धर्मपाल गुलाटी जी की सैलरी 20 करोड़ है :
एमडीएच मसालों का नाम तो आपने सुना ही होगा. यह ब्रांड दुनिया के सबसे टॉप मसालों के ब्रांड में आता है. इसने मसालों की दुनिया में अपनी एक अलग ही पहचान बना ली है. इस ब्रांड को टॉप पर पहुंचाने के पीछे जिस व्यक्ति का हाथ है उनका नाम है धर्मपाल गुलाटी. धर्मपाल गुलाटी जी की उम्र 95 साल है और उनकी शिक्षा केवल पांचवी तक हुई है. इतनी कम शिक्षा होने के बावजूद वह करोड़ों कमा रहे हैं. आपको जान कर हैरानी होगी कि धर्मपाल गुलाटी जी की सैलरी 20 करोड़ है.
धर्मपाल गुलाटी एकमात्र ऐसे सीईओ हैं जिन्हें भारतीय खुदरा बाज़ार में सबसे अधिक सैलरी मिलती है. उनकी मेहनत और लगन ही है जिसकी वजह से वह आज इस मुकाम पर हैं. हम सालों से उनको एमडीएच मसालों के विज्ञापन में देखते आ रहे हैं. हम आपको बता दें कि पिछले साल ही उन्होंने 20 करोड़ की सैलरी ली है. इस ब्रांड ने अपने मसालों की कीमत कम रख कर बाकी कंपनीज़ को मात दे दी है. गुलाटी जी केवल मसालों के नहीं बल्कि दिल के भी बादशाह हैं, तभी वह अपनी कमाई का 90 प्रतिशत हिस्सा चैरिटी में दे देते हैं.
धर्मपाल गुलाटी जी के मसालों को पूरी दुनिया में निर्यात किया जाता है. उनके द्वारा बनाये गए मसालों का स्वाद पूरी दुनिया के ज़ुबां पर चढ़ा हुआ है. बेहतर शिक्षा ना मिलने के बावजूद उन्होंने एक अलग मुकाम पाया है और पूरी दुनिया में अपना और भारत का नाम रौशन किया है. इसलिए यह कहना बिल्कुल ग़लत है कि अच्छी शिक्षा मिलने पर ही इंसान बड़ा आदमी बन सकता है.