जानिए दिव्या भारती के मौ-त की असली वजह ..आखिर क्या हुआ था 5 अप्रैल 1993 की रात
नब्बे के दशक में सिल्वर स्क्रीन पर एक मासूम से चेहरे की मोहक अदा ने सबके दिल जीत लिया था.. उस चेहरें का नशा कुछ ऐसा था कि दर्शकों से लेकर फिल्म निर्माताओं की पहली पसंद थी.. लेकिन उस खिलखिलाते चेहरे के पीछे जाने कौन सा राज छुपा था कि अचानक ही एक दिन उस शख्सियत के मौत की खबर सुनाई पड़ी । लोगों पर दिवानगी जब सर चढ़ कर बोल रही थी तो उसने मौत का दामन थाम हमेशा के लिए अपने दिवानों को रूशवां कर दिया …जी हां हम बात कर रहे हैं नब्बे के दशक की फिल्म अभिनेत्री दिव्या भारती की, जिसकी मौत आज भी एक रहस्य बनी हुई है।
एक साल में इंडस्ट्री पर छा गई थी
अपनी भोली और मासूम-सी सूरत से दर्शकों के दिल में खास जगह बनाने वाली दिव्या का जन्म 25 फरवरी, 1974 को हुआ था।दिव्या भारती ने 1992 में फिल्म ‘विश्वात्मा’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया हालांकि इससे पहले वे कुछ तेलेगू फिल्में कर चुकी थीं। विश्वात्मा में ही उन्हें गाना मिला सात समंदर पार मैं तेरे पीछे पीछे आ गई। इस गाने ने दिव्या को गजब की सफलता दिलाई। फिर इसी के बाद दिव्या ने लगातार 10 और हिंदी फिल्में की।
जिसमें शोला औऱ शबनम, दिल का क्या कसूर, जान से प्यारा, दीवाना, दिल आशना है, गीत भी शामिल थीं। दिव्या को दीवाना के लिए लक्स न्यू फेस ऑफ द ईयर अवार्ड भी मिला। एक ही साल में दिव्या ने अपनी अच्छी खासी पहचान बना ली थी।1993 में दिव्या की सिर्फ तीन ही हिंदी फिल्में रिलीज हो पाईं। ये थीं क्षत्रीय, रंग और शतरंज। ऐसा इसलिए क्योंकि ये दिव्या की जिंदगी का अंतिम साल था।
गोविंदा ने मिलवाया था साजिद नाडियाडवाला से
5 अप्रेल 1993 को अंतिम सांस लेने वाली दिव्या ने सुहागन ही दम तोड़ा क्योंकि उससे ठीक एक साल पहले ही तो उनकी शादी हुई थी। दिव्या भारती जब शोला औऱ शबनम की शूटिंग कर रही थीं तब फिल्म के हीरो गोविंदा ने उन्हें निर्देशक-निर्माता मिलवाया था। दोनों में प्यार हुआ और शादी करने का फैसला कर लिया दिव्या ने इस्लाम धर्म कबूला और 10 मई 1992 को शादी कर ली। कुछ का तो ये तक कहना था कि दिव्या की आक्समिक मौत के पीछे साजिद का हाथ था!
मौत से उठे सवाल
दिव्या भारती के इस छोटे से और सक्सेस बॉलीवुड कॅरियर ने कई सवाल खड़े कर दिए। जैसे-क्या वास्तव में दिव्या भारती की मौत बिल्डिंग से गिरने से हुई? क्या दिव्या भारती का स्टारडम बॉलीवुड के अन्य अभिनेत्रियों पर हावी हो गया था? क्या दिव्या भारती ने मौत से पहले किसी नशे का सेवन किया था? क्या किसी ने दिव्या भारती को जानकबूझकर मरवाया था? इस बात की सच्चाई अभी तक सामने नहीं आई है कि दिव्या भारती के साथ उस रात हुआ क्या था…लेकिन हम आपको बता रहे हैं उस रात की असली सच्चाई।
ये हुआ था 5 अप्रैल की रात
अपनी मौत वाले दिन ही दिव्या ने मुंबई में ही अपने लिए नया 4BHK का घर खरीदा था और डील फाइनल की थी। दिव्या ने ये खुशखबरी अपने भाई कुणाल को भी दी थी। दिव्या उसी दिन शूटिंग खत्म कर के चेन्नई से लौटी थीं। उनके पैर में भी चोट थी। रात के करीब 10 बजे होंगे जब मुंबई के पश्चिम अंधेरी, वरसोवा में स्थित तुलसी अपार्टमेंट के पांचवें माले पर उनके घर में उनकी दोस्त और डिजाइनर नीता लुल्ला अपने पति के साथ उनसे मिलने आई हुई थीं। तीनो लिविंग रूम में बैठे बातों में मस्त थे औऱ मदिरापान चल रहा था। साथ ही दिव्या की नौकरानी अमृता भी बातचीत में हिस्सा ले रही थी। किसे पता था इसके चंद मिनटों बाद ऐसी दुर्घटना घट जाएगी रात के करीब 11 बज रहे थे। अमृता किचन में कुछ काम करने गईं, नीता अपने पति के साथ टीवी देखने में व्यस्त थीं।
इसी वक्त दिव्या कमरे की खिड़की की तरफ गईं और वहीं से तेज आवाज में अपनी नौकरानी से बातें कर रही थीं। दिव्या के लिविंग रूम में कोई बालकनी नहीं थी लेकिन इकलौती ऐसी खिड़की थी जिसमें ग्रिल नहीं थी। उसी खिड़की के नीचे पार्किंग की जगह थी जहां अकसर खई गाड़ियां खड़ी रउसी दिन वहां कोई गाड़ी नहीं खड़ी थी। खिड़की पर खड़ी दिव्या ने मुड़ कर सही से खड़े होने की कोशिश कर रही थीं कि तभी उनका पैर फिसल गया। दिव्या सीधे नीचे जमीन पर जाकर गिरीं। 5वे माले से गिरने के कारण दिव्या पूरी तरह खून में लतपत थीं। उन्हें तुरंत ही कूपर अस्पताल ले जाया गया
लेकिन अफसोस कि तब तक देर हो चुकी थी। अस्पताल के एमर्जेंसी वार्ड में दिव्या ने दम तोड़ दिया पांच साल तक इंवेस्टीगेशन करने के बावजूद पुलिस को कोई ठोस वजह नहीं पता चली