प्रारम्भिक अवस्था में करें गले के कैंसर की पहचान, समय रहते बचाए रोगी की जान
कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसका पता इतनी आसानी से नहीं चल पाता। अन्य प्रकार के कैंसर की बजाय, गले के कैंसर को गले की आम समस्या के तौर पर नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है और जब तक रोग की पहचान होती है स्थिति गम्भीर हो चुकी होती है। ऐसे में जरूरी है कि समय रहते ही इसके लक्षणों को पहचाना जाए और उचित उपचार किया जाए। आज हम आपकों गलें के कैंसर के शुरूआती लक्षणों को बारें मे बता रहे हैं जिससे कि प्रारम्भिक अवस्था में ही आप इस गम्भीर बीमारी के संकेत आसानी से समझ सकते हैं।
निगलने में तकलीफ
यह गले के कैंसर का अहम संकेत है। गले में तकलीफ होने पर लोग आमतौर पर नर्म खाना खाने की कोशिश करतेहैं जो सही नहीं है। ऐसी कोई समस्या होने पर डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
आवाज में भारीपन आना
गले के कैंसर के रोगियों को लंबे समय तक गले का बैठ जाना, आवाज़ में बदलाव आ जाना जैसे लक्षण नज़र आते हैं।
कान, गले और सिर में दर्द
अगर लम्बे समय से आपके गलें,कान और सिर में दर्द बना रह रहा है तो इसे भूलकर भी नजरअंदाज ना करें क्योंकि ये गलें के कैंसर का प्रारम्भिक लक्षण हैं …कैंसर में गले की ग्रंथियां सूज जाती हैं और दर्द करने लगती हैं।
कफ या गले में खिचखिच
अगर गले में काफी लंबे समय से खराश की समस्या बनी रहती है और खांसने पर खून भी आता है तो सावधानी बरते। जरूरी नहीं है कि यह कैंसर ही हो लेकिन ज्यादा देर तक कफ बना रहे तो सावधानी बरते।
लगातार खांसी आना
आमतौर पर खांसी को लोग हल्के में लेते हैं लेकिन अगर किसी को लम्बें समय से खांसी आ रही है तो ये गले के कैंसर का भी संकेत हो सकता है। साथ ही अगर बलगम के साथ रक्त भी आने लगता है तो जल्द ही जांच करानी चाहिए।
तेजी से वजन कम होना
वयस्कों का वजन आसानी से नहीं घटता लेकिन अगर आप बिना किसी कोशिश के दुबले होते जा रहे हैं तो जरूर ध्यान देने की बात है। ये थॉयरायड का लक्षण है और थॉयरायड का अगर सही युपचार नही किया जाए तो ये गले के कैंसर में बदल सकता है।
यदि किसी व्यक्ति को खुद में या परिवार के किसी सदस्य में इस तरह की समस्याएं नजर आ रही हैं, तो उसकी जाँच आवश्यक होती है। खास तौर पर, यदि यह लक्षण दो से तीन हफ़्तों से ज्यादा तक रहते हों। इस कैंसर की शुरुआती पहचान और जाँच बेहद ज़रुरी होती है, क्योंकि जब तक यह गले के बाद शरीर के बाकी हिस्सों तक नहीं फैलता इसे सर्जरी से हटाया जा सकता है। लेकिन यदि यह ज्यादा फैल जाए तो इसका उपचार बेहद मुश्किल हो जाता है।