आज अष्टमी के श्राद्ध पर पितरों का करें सम्मान और अच्छे से पूजा, मिलेगा लम्बी आयु का वरदान
आज बुधवार के दिन दिनांक 13.09.2017 को आश्विन मास कृष्णपक्ष की अष्टमी पड़ रही है। आज के दिन अष्टमी का श्राद्ध मनाया जाता है। अष्टमी का श्राद्ध उस व्यक्ति के लिए होता है जिसके माता-पिता दोनों जीवित ना हों। आज के दिन श्राद्ध कर्म करने से पुरे साल पितृ प्रसन्न रहते हैं और सुखी जीवन का आशीर्वाद देते हैं। शास्त्रों में कहा गया है कि अगर मृत व्यक्ति का पुत्र नहीं है तो नाती या उसके ना होने पर परिवार का कोई भी सदस्य श्राद्ध कर सकता है। जिस पिता के बहुत ज्यादा पुत्र होते हैं, उनका श्राद्ध बड़े बेटे को ही करना चाहिए। पुत्र ना होने पर मरनें वाले व्यक्ति की पत्नी भी श्राद्ध कर सकती है। ऐसा माना जाता है कि आज का श्राद्ध करने से श्राद्ध करने वाले को जीवन में सुख-समृद्धि और लम्बी आयु का वरदान मिलता है।
श्राद्ध मुहूर्त:
आज के दिन चन्द्र वृष राशि और रोहिणी नक्षत्र में रहेगा। राहुकाल दोपहर 12:16 से लेकर 1:48 तक रहेगा। इस दौरान श्राद्ध कार्य वर्जित है। आप राहुकाल के बाद ही पिंडदान और तर्पण का कार्य करें। श्राद्ध के लिए तीन श्रेष्ठ मुहूर्त, कुतुप दोपहर 11:52 से 12:41, रौहिण 12:41 से 1:30 और अपराह्न 1:30 से 3:57 तक। आज के दिन अभिजीत मुहूर्त नहीं होता है।
श्राद्ध विधि:
अष्टमी श्राद्ध में 8 ब्राह्मणों को भोजन करनें का विधान है। श्राद्ध के लिए गंगाजल, कच्चा दूध, ती, जौ, मिश्री मिले हुए बजल से जलांजलि दें, इसके बाद पितृगणों की पूजा करें। सबसे पहले गाय के घी का दीपक जलाये तत्पश्चात सुगन्धित धूप करके, लाल फूल, लाल चन्दन, तिल और तुलसी का पत्ता समर्पित करें। जौ के आते से बने हुए पिंड समर्पित करें और नैवेद्य चढ़ाएँ। इसके बाद कुश के आसन पर बैठकर भगवान विष्णु के गोविन्द रूप का स्मरण करते हुए आज भगवत गीता के आठवें अध्याय का पाठ करें। विशिष्ट मंत्र का जितना हो सकें जाप करें। ब्राहमणों को लौकी की खीर, पालक-पूड़ी, पालक की सब्जी, मुंग दाल, फल, लौंग-इलायची और मिश्री अर्पित करें। अंत में ब्राह्मणों को वस्त्र और मिश्री की दक्षिणा देकर विदा करें।
विशिष्ट मंत्र:
ॐ गोविन्दाय नमः॥
अभिजीत मुहूर्त:
आज के दिन कोई अभिजीत मुहूर्त नहीं है।
अमृत काल:
रात 20:45 से रात 22:15 तक।
यात्रा के लिए मुहूर्त:
दिशाशूल – उत्तर। राहुकाल वास – नैऋत्य। अतः उत्तर व नैऋत्य दिशा की यात्रा टालें।
शुभ रंग:
हरा।
शुभ दिशा:
पश्चिम।
शुभ मंत्र:
ॐ कामजनकाय नमः॥
शुभ समय:
शाम 17:10 से शाम 18:32 तक।
शुभ टिप्स:
जीवन में सफलता पानें के लिए आज के दिन किसी काली गाय को हरी पालक खिलाएं।
जन्मदिन के लिए शुभ:
मन का उद्वेग मिटाने के लिए आज के दिन साबुत सुपारी सिर से वारकर जल बहा दें।
एनिवर्सरी के लिए शुभ:
दांपत्य जीवन में आकर्षण बढ़ाने के लिए आज के दिन दंपत्ति एक दूसरे को मिश्री खिलाएं।