युवती कर रही थी पुलिस में भर्ती होने के लिए तैयारी, पिता को मिली इस अवस्था में, देखकर हो गए सन्न
पटना: कभी जिस देश के संस्कृति और सभ्यता की मिशाल दी जाती थी, आज उस देश की हालत काफी खराब हो चुकी है। पहले भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था। इसे परम्पराओं का देश भी माना जाता था। भारत कुरे विश्व में अपनी संस्कृति और परम्परा के दम पर जाना जाता है। इसकी यही बात विश्व के कई देशों को इसका दीवाना बना देती थी। लेकिन आज स्थितियाँ बदल चुकी हैं।
धीरे-धीरे आमने आ रही है समाज की गन्दी मानसिकता:
आज ऐसी-ऐसी घटनांए होनें लगी हैं, जिसके बारे में सपने में भी नहीं सोचा था। आज समाज का बहुत ही कुरूप चेहरा दिखाई दे रहा है। लोग अपने मतलब के लिए किसी के साथ बहुत बुरा करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। उनकी गन्दी हरकतों की वजह से आज इंसानियत बुरी तरह से शर्मसार हो रही है। हालांकि सभी लोग इस तरह नहीं है, लेकिन कुछ लोगों ने पुरे समाज में गंदगी फैला रखी है। आज हम आपको समाज में बढ़ रही गंदगी का एक ऐसा ही मामला बताने जा रहे हैं, जो आपको हैरान-परेशान कर देगा।
दोपहर तक घर नहीं आयी तो पिता निकल गए खोज पर:
यह घटना बिहार क अरवल जिले की है। वहाँ की रहने वाली एक युवती पुलिस में भर्ती होना चाहती थी। इसके लिए वह हर रोज सुबह गाँव के ही फील्ड में दौडनें जाया करती थी। शनिवार को भी वह रोज की तरह दौड़ने गयी थी, लेकिन वह शाम तक नहीं आयी। दिन बाद उसका शव आया। लड़की के पिता राधेश्याम ने बताया कि हर रोज की तरह बेटी सुबह दौड़ने गयी थी। जब वह दोपहर तक नई आयी तो वह उसकी खोज में निकल गए।
लोगों ने शव सड़क पर रखकर कर दिया चक्काजाम:
रविवार के दिन सुबह सीमावर्ती जिले औरंगाबाद के सहपुरा थाना क्षेत्र के बधार में उसका शव मिला। पुलिस ने लड़की के शव को देखकर बलात्कार की आशंका बताई। पुलिस का कहना है कि पहले लड़की के साथ बलात्कार किया गया होगा, उसके बाद वह किसी को बताये नहीं, इसके लिए उसकी हत्या की गयी होगी। जब शव बरामद किया गया तो लड़की के मुँह से खून निकल रहा था, साथ ही उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान भी पाए गए। लड़की का शव देखते ही गाँव वाले गुस्से में आ गए। उन्होंने शव को सड़क पर रखकर चक्काजाम कर दिया।
पिछले एक साल से लगातार जा रही थी फील्ड पर दौड़ने:
लोगों का कहना है कि अगर पुलिस शिकायत करने के बाद गंभीरता से केस दर्ज करके छापेमारी करती तो लड़की आज जिन्दा होती। इस मामले में डीएसपी संजय कुमार ने कहा कि पुलिस इस केस को हर एंगल से देखकर इसकी जाँच कर रही है। पुलिस को हत्या से जुड़े हुए कुछ सुराग भी प्राप्त हुए हैं। हालांकि अभी पोस्टमोर्टम की रिपोर्ट नहीं आयी है। उम्मीद है रिपोर्ट आनें के बाद कुछ अन्य जानकारी भी प्राप्त होगी। राधेश्याम की बेटी झारखण्ड पुलिस के लिए चुन ली गयी थी, लेकिन वह बिहार पुलिस में काम करना चाहती थी, इसलिए उसकी तैयारी में लगी हुई थी। वह पिछले एक साल से लगातार दौड़ने के लिए जाया करती थी।