NIA के हत्थे चढ़ा लश्कर आतंकी। पाकिस्तान हुआ फिर से बेनक़ाब.
आतंक की साजिश रचने वाला लश्कर आतंकी (Lashkar Terrorist) बहादुर अली कश्मीर में एनआईए के हत्थे चढ़ गया है
आतंकवाद का पाकिस्तान से बहुत पुराना रिश्ता है और कोई इस बात को नकार नहीं सकता क्योंकि पाकिस्तान जिस तरह की नापाक हरकतें करता रहता है उससे साफ पता चलता है कि आतंक का कितना हिमायती है पाक और आतंकी कितने करीबी हैं उसके।
आतंक की साजिश रचने वाला लश्कर आतंकी बहादुर अली कश्मीर में एनआईए के हत्थे चढ़ गया है. इस ने कबूल किया है कि वो जमात-उद-दावा के लिए भी काम करता था और अली जमात के लिए फंड जुटाने का काम करता था.
पकड़े गए लश्कर के आतंकी बहादुर अली ने आतंकी हमले के कई राज़ खोले हैं। एनआईए ने बताया है कि आतंकी बहादुर अली को पाकिस्तानी फौज से ट्रेनिंग मिली। बहादुर अली को 25 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। उससे पूछताछ की गई तो उसने हमले से जुड़े कई राज खोल डाले, कई ऐसे खुलासे किए हैं जो चौंकाने वाले हैं. एनआईए की टीम ने उसके पास से GPS, कोडवर्ड्स में लिखी साजिश की स्क्रिप्ट, हथियार, सैटेलाइट फोन वगैरह भी जब्त किए हैं.
एनआईए ने आतंकी बहादुर अली का वीडियो जारी करते हुए बताया कि जमात-उद-दावा में 2008-09 में भर्ती हुआ था ये आतंकी । विशेष तरह की मिलिट्री ट्रेनिंग दी गई थी इसे । इसे पाकिस्तान सिक्योरिटी फोर्सेज की मदद से पाकिस्तान में बैठे आकाओं से निर्देश मिल रहे थे। बहादुर अली के पास बिना सिम कार्ड वाले एसएमएस वाला फोन मिला। बहादुर अली ने इस तकनीक का काफी इस्तेमाल किया। पाकिस्तान मिलिट्री की मदद बिना ऐसे ऑपरेशन को अंजाम देना मुश्किल होता है।
आतंकी बहादुर अली ने बताया कि पाकिस्तान में 30 से 50 आंतकियों को तैयार रखा गया है और ट्रेनिंग कैंपों में उन्हें ट्रेनिंग दी जाती है। 11-12 जून को वह भारत में दाखिल हुआ। हाफिज के करीबियों ने बहादुर अली को भर्ती किया और जिहाद के नाम पर फुसलाया था। जिसके बाद बहादुर अली जमात-उद-दावा में शामिल हो गया।
इस आतंकी को पकड़कर एनआईए ने एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है. यह आतंकी कश्मीर की धरती पर एक बड़ी साजिश को अमली जामा पहना रहा था. लेकिन इससे पहले वह अपने मकसद में कामयाब होता, एनआईए ने उसे धरदबोचा.