अपने श्रीलंका दौरे के बारे में पीएम मोदी ने कहा श्रीलंका के साथ भारत के सम्बन्ध हैं बहुत महत्वपूर्ण
नई दिल्ली: पीएम मोदी ने जब से इस देश की सत्ता संभाली है, तब से उन्होंने देश की विदेश नीति को मजबूत करने के लिए कई ठोस कदम उठाये हैं। प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने कई ऐसे देशों की यात्रा कि जहाँ आज तक कोई भारतीय प्रधानमंत्री या राजनीतिज्ञ नहीं गया था। इसका फायदा यह हुआ कि सभी देशों की नजर में भारत के एक अच्छी छवि भी बनी है।
भारत को विदेश यात्राओं से हुआ है काफी फायदा:
उनकी विदेश यात्राओं का ही नतीजा यह रहा कि भारत के कई मित्र देश बने हैं। इससे भारत को आर्थिक और राजनीतिक दिशा में काफी फायदा भी हुआ है। नरेन्द्र मोदी से पहले किसी भी राजनेता ने विदेश नीति को इतनी गंभीरता से नहीं लिया था। पीएम मोदी की यात्राओं की वजह से आज कई देश भारत को एक बड़ी ताकत मान रहे हैं। कुछ दिनों पहले उन्होंने इजरायल की यात्रा की थी।
इजरायल की यात्रा के दौरान उन्होंने कई अहम मुद्दों पर बात की और दोनों देशों ने आपस में समझौता किया। आपको जानकर हैरानी होगी कि इजरायल दुनिया का सबसे ताकतवर दोस्त है। इस वजह से इन दोनों देशों की दोस्ती को एक बड़ा कदम माना जा रहा है। भारत और चीन के विवाद में भारत के दोस्त अमेरिका ने बड़ा रोल निभाया था। अमेरिका की वजह से दोनों देशों में सीमा विवाद को लेकर समझौता हुआ है।
भारत मानता है श्रीलंका के साथ रिश्ते को काफी महत्वपूर्ण:
कुछ दिनों पहले पीएम मोदी अपनी चीन की यात्रा पर गए थे। चीन की यात्रा के बाद वह भारत लौटे हैं। उन्होंने आज कहा कि श्रीलंका के साथ भारत अपने रिश्ते को काफी महत्वपूर्ण मानता है। भारत इस रिश्ते को और भी मजबूत बनानें के लिए इच्छुक है। श्रीलंका के विदेश मंत्री तिलक मारापना भारत आये हुए हैं, मोदी ने यह बात उसी समय कही। पीएम मोदी ने कहा कि भारत श्रीलंका के साथ अपने रिश्ते को काफी महत्पूर्ण मानता है। दोनों ही देशों के बीच सम्बन्ध काफी गहरे और मजबूत हैं।
आया हुए हैं मारापना तीन दिवसीय विदेश यात्रा पर भारत:
भारत श्रीलंका के साथ द्विपक्षीय सहयोग को और व्यापक और मजबूत करने के लिए इच्छुक है। पीएम मोदी ने अपनी मई में की गयी बैसाक यात्रा को याद करते हुए मारापना को श्रीलंका का विदेश मंत्री बनने पर बधाई भी दी। आपको बता दें मारापना अपनी तीन दिवसीय विदेश यात्रा के दौरान भारत आये हुए हैं। पीएम मोदी से पहले उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से द्विपक्षीय बैठक की और आपसी सहयोग के मुद्दों पर विस्तृत चर्चा भी की।