भारतीय मूल के 8 क्रिकेटर, जो दूसरे देशों के लिए खेल कर गाड़ रहे क़ामयाबी के झंडे
इंडियन क्रिकेट टीम को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेस्ट टीमों में से एक कहा जाता है. इंडियंस दुनिया की आबादी का 17% हिस्सा हैं, चाहे वो भारत में हो या किसी अन्य देश में. इसमें कोई ताजुब की बात नहीं है कि कई भारतीय खिलाड़ी दूसरे देशों के लिए खेल चुके हैं और अपनी-अपनी टीमों में धूम मचा रहे हैं.
जानिए भारतीय मूल के उन 8 क्रिकेट प्लेयर्स के बारे में, जो दूसरी टीमों के लिए खेल रहे हैं.
नंबर 1- अजाज़ पटेल
अजाज़ यूनुस पटेल (Ajaz Patel) ने 2021 में भारत के ख़िलाफ़ टेस्ट मैच में इतिहास रचा था. भारत के ख़िलाफ़ दूसरी इनिंग में, न्यूज़ीलैंड के अजाज़ पटेल एक इनिंग्स में 10 विकेट लेने वाले तीसरे बॉलर बने थे. उनका जन्म मुंबई में हुआ था. उनकी फ़ैमिली गुजरात के तन्करिया गांव की है. जब वो 8 साल के थे, तब उन्होंने भारत छोड़ दिया था और उनकी परवरिश न्यूज़ीलैंड में ही हुई है. आज वो न्यूज़ीलैंड टीम का महत्वपूर्ण खिलाडी हैं
एजाज पटेल की 2 छोटी बहन भी हैं जिनमे से एक का नाम साना पटेल और दूसरी बहन का नाम तनज़ील पटेल है।
नंबर 2- रचिन रविन्द्र
न्यूज़ीलैंड के रचिन रविन्द्र (Rachin Ravindra) ने हाल ही में वर्ल्ड कप के पहले मैच में शतक ठोंककर इतिहास रच दिया था. उन्होंने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 123 रन की नाबाद पारी खेली, जिसकी बदौलत टीम ने 9 विकेट से शानदार जीत हासिल की. Wo वनडे विश्व कप में न्यूजीलैंड की ओर से सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं.
उनके पिता रवि कृष्णमूर्ति बंगलौर में सॉफ़्टवेयर architect थे .कृष्णमूर्ति बंगलौर में क्लब क्रिकेट भी खेलते थे. फिर 1990 mein उन्होंने न्यूज़ीलैंड जाने का फैसला किया और वहीं जा कर बस गए.. रचिन रविंद्र का जन्म विलिंगटन में हुआ और उन्होंने वहीं क्रिकेट खेलना शुरू किया.
रचिन के पिता सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ के फैन थे और उन्होंने दोनों का नाम मिला कर अपने बेटे का नाम रचिन रविंद्र रखा था. दरअसल, जब उनके बेटे का जन्म हुआ तो उन्होंने उसका नाम सचिन और राहुल द्रविड़ के नाम पर रखने का फैसला किया..उन्होंने राहुल के ‘Ra’ और सचिन के ‘Chin’ को मिलाकर रचिन नाम रखा था.
नंबर 3- ईश सोढ़ी
इंदरबीर सिंह सोढ़ी (Ish Sodhi) एक लेग स्पिनर हैं, जो न्यूज़ीलैंड टीम के लिए खेलते हैं. वो 1992 में पंजाब के लुधियाना में जन्मे थे और एक पंजाबी हैं. जब वो 4 साल के थे, तब उनकी फ़ैमिली ऑकलैंड मूव हो गई थी. वो टी-20 में कीवी टीम के लिए दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ हैं.
नंबर 4- केशव महाराज
हालांकि, महाराज फ़ैमिली साउथ अफ्रीका में क़रीब ढेढ़ शताब्दी से रह रही है, लेकिन उनके पूर्वज उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से थे. भारतीय मूल के केशव महाराज (Keshav Maharaj) साउथ अफ्रीका के लिए खेलते हैं. इनके पिता अठमनद महाराज पूर्व रणजी खिलाड़ी थे. केशव बाएँ हाथ से स्लो स्पिन गेंदबाज़ी कराते हैं और एक बैट्समैन भी हैं. उन्होंने अपना इंटरनेशनल डेब्यू साल 2016 में पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ टेस्ट मैच में किया था.
नंबर 5- जसकरण मल्होत्रा
भारत में जन्मे जसकरण (Jaskaran Malhotra) अमेरिका के आईसीसी के बेस्ट मेंस खिलाड़ी के लिए तीन नामांकित क्रिकेटरों में शामिल हुए थे. वो किसी एक ओवर में छह छक्के जड़ने वाले चौथे खिलाड़ी बने थे. उन्होंने जनवरी 2018 से यूनाइटेड स्टेट्स क्रिकेट टीम के लिए खेला है
नंबर 6- हसीब हमीद
हसीब हमीद (Haseeb Hameed) एक यंग टॉप आर्डर बैट्समैन हैं, जो इंग्लैंड के लिए खेलते हैं. वो 1997 में लैंकाशयर में पैदा हुए थे. हमीद के पेरेंट्स गुजरात के भरुच गांव से हैं और बाद में इंग्लैंड शिफ्ट हो गए थे. वो लैंकाशयर काउंटी क्रिकेट टीम में नाम कमाने के बाद इंग्लैंड की टीम का हिस्सा बनाए गए.
नंबर 7- जतिंदर सिंह
जतिंदर सिंह (Jatinder Singh) पंजाब के लुधियाना में जन्मे थे. वो ओमान के लिए टी-20 में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों में से एक हैं. इंटरनेशनल टी-20 में जतिंदर ने 30 से अधिक की औसत से रन बनाए हैं.
नंबर 8. विक्रमजीत सिंह
विक्रमजीत सिंह नीदरलैंड टीम में हैं. भारत के पंजाब के जालंधर से ताल्लुक रखने वाले 20 वर्षीय विक्रमजीत सिंह बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत न्यूजीलैंड के ख़िलाफ़ वनडे मैच से की थी. विक्रमजीत सिंह का जन्म 2003 में पंजाब के जालंधर जिले के चीमा खुर्द गांव में हुआ था.
कई टीमें जो विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई भी नहीं कर पाईं, उनमें भी कई खिलाड़ी भारतीय मूल के हैं.
कनाडा की टीम एक दिवसीय विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई तो नहीं कर पाई है. लेकिन टी-20 विश्व कप के लिए वह क्वॉलिफाई कर चुकी है.
कनाडा की टीम में 5 से ज़्यादा खिलाड़ी भारतीय मूल के हैं. वहीं, एशियाई खेलों में खेली सिंगापुर क्रिकेट टीम के 15 खिलाड़ियों में से 12 खिलाड़ी भारतीय मूल के हैं.
संन्यास ले चुके खिलाड़ियों की बात करें तो ये लिस्ट काफ़ी लंबी हो जाएगी. इनमें नासिर हुसैन, जीतन पटेल, और मोंटी पनेसर जैसे खिलाड़ियों के नाम भी शामिल होंगे.
ये भारतीय मूल के खिलाड़ी थे जो दुनिया की अलग-अलग टीमों में खेल चुके हैं. आप के फेवरेट खिलाडी कौन हैं, आप कमेंट कर के ज़रूर बताइयेगा , धन्यवाद