दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी पर किया बेहद ‘गंदा कमेंट’, पढ़कर हर किसी का खुन खौल जाएगा
नई दिल्ली – कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह को 2014 का ऐसा गहरा सदमा लगा है कि वो उससे तीन साल बाद भी ऊबर नहीं सके हैं। अगर उनमें थोड़ी सी भी अकल होती तो आज वो देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ ऐसी आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल नहीं करते। दिग्विजय सिंह ने देश के प्रधानमंत्री गालीगलौज वाली फोटो ट्वीट करते समय इस बात का थोड़ा भी ध्यान नहीं रखा कि वो नरेंद्र मोदी नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गाली दे रहे हैं। digvijay singh twite on pm modi.
क्या किया है ट्वीट?
दिग्विजय सिंह ने मोदी की उपलब्धियों पर निशाना साधते हुए दो बार गालियों का जिक्र किया है। इसके अलावा, मोदी समर्थकों के लिए ‘भक्त’ शब्द का इस्तेमाल भी किया गया है। आपको बता दें कि बीजेपी समर्थकों को सोशल मीडिया पर ‘भक्त’ कहकर मजाक उड़ाया जाता है। दिग्विजय सिंह ने जो फोटो पोस्ट शेयर किया है उसपर लिखा है – ‘मेरी दो अचीवमेंट्स: 1. भक्तों को चु*** बनाया 2.चु*** को भक्त बनाया।’ आपको बता दें कि दिग्विजय सिंह एक ऐसे नेता हैं जो कभी-कभी अपनी हरकतों से जता देते हैं कि उनका दिमागी संतुलन ठीक नही है।
ट्वीट पर क्या बोले दिग्विजय सिंह?
हालांकि, जब इस ट्वीट पर बवाल बढ़ा तो दिग्विजय सिंह ने मांफी मागते हुए कहा – ‘मुझे अनावश्यक रूप से दोषी ठहराया जा रहा है। मैंने प्रधानमंत्री के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल नही किया है। मोदी जी को कोई आपत्ति है?’ दिग्विजय सिंह ने आगे कहा – ‘मेरे पास ऐसे कई सबुत हैं जब मोदी जी और उनके फॉलोवर्स ने नेहरू जी, इंदिरा जी, सोनिया जी, राजीव जी के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया है।’ खैर दिग्विजय सिंह ने जो किया वो किसी भी तरह से क्षमा योग्य नहीं है। कम से कम उन्हें पीएम पद की मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए था।
कब-कब फिसली कांग्रेसियों की जुबान?
ये कोई पहला मामला नहीं है जब किसी कांग्रेसी नेता ने पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया है। इससे पहले भी खुद सोनिया गांधी जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उन्हें ‘मौत का सौदागर’ बताया था। इसी बयान का नतीजा था कि लोकसभा चुनाव में को बीजेपी को 278 और कांग्रेस को केवल 45 सीटें मिली। मां के बाद राहुल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर ‘खून की दलाली’ करने का आरोप लगाया था। इसके बाद एक कांग्रेसी नेता इमरान मसूद ने मोदी के बोटी-बोटी काटने की धमकी दी थी। ऐसे कई और मामले हैं जब कांग्रेसी नेताओं ने मर्यादा की सारी सीमाएं लाघीं हैं।