‘जब तक नीतीश कुमार को हराएंगे नहीं, मास्क नहीं हटाएंगे’, पिता को मुखाग्नि देने के बाद बोली बेटी
जेडीयू नेता और पूर्व एमएलसी प्रोफेसर विनोद कुमार चौधरी ( Vinod Kumar Choudhary ) का निधन हो गया है। विनोद चौधरी ने दरभंगा के बलभद्रपुर स्थित अपने निजी आवास पर अंतिम सांस ली। 2020 में खुद को सीएम कैंडिडेट घोषित कर चर्चा में आई पुष्पम प्रिया चौधरी ( Pushpam Priya Choudhary ) के पिता थे। बताया जा रहा है कि विनोद कुमार चौधरी कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। वहीं विनोद चौधरी के निधन की खबर आते ही बिहार के सियासी हलके में शोक की लहर दौड़ गई। प्रो. विनोद कुमार चौधरी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ( CM Nitish Kumar) के करीबी माने जाते थे।
पुष्पम प्रिया ने अपने पिता को मुखाग्नि देने के बाद कहा कि सोमवार को मेरे पिताजी का निधन हो गया, वह अब हमारे बीच में नहीं हैं। लेकिन मैं अपने कार्यों से जब तक मैं जिंदा हूं मैं उन्हें जीवित रखने की पूरी कोशिश करूंगी। पुष्पम प्रिया ने इसके बाद प्रण लिया कि जब तक नीतीश कुमार को हराएंगे नहीं तब तक मास्क नहीं हटाएंगे। पुष्पम प्रिया ने कहा कि मैंने उन्हें मुखाग्नि दिया है साथ में मेरी बहन भी थी। हम दो बेटियां हैं उनकी और हमारे घर में जितने भी हमारे चाचा हैं उनके भतीजे हैं। सब हमारे साथ हैं।
उन्होंने कहा कि उनके पिताजी बहुत अच्छे इंसान थे। वह बहुत आसानी से लोगों को माफ कर दिया करते थे। पुष्पम प्रिया ने कहा कि मैं अपने पिता की तरह तो नहीं हो सकती। शायद ही मैं इतना अच्छा इंसान कभी बन पाऊं।
उनका तरीका अलग था मेरा तरीका अलग
इसके बाद पुष्पम प्रिया ने कहा कि जिस दिन जीतेंगे, उसे हटाएंगे। आज जो कुछ भी हमारे साथ हुआ है, पता नहीं उससे उबर पाएंगे या नहीं। लेकिन यह प्रण अब और भी गहरा हो गया है। पुष्पम प्रिया ने कहा कि मेरे पिताजी चाहते थे कि बिहार बदले, तरक्की हो, मैं भी वहीं चाहती हूं। हालांकि उनका तरीका अलग था, मेरा तरीका अलग था। पुष्पम प्रिया ने अपने पिता को याद करते हुए कहा कि एक चीज जो उन्होंने हमेशा किया, वह थी इज्जत। उन्होंने बचपन से ही मेरी बहुत इज्जत की। यही कारण है कि उनके सबसे चहेते नीतीश कुमार के तरीकों से सहमत ना थी, ना हूं।
पुष्पम प्रिया ने आगे कहा कि सभी जानते हैं कि नीतीश जी मेरे पिताजी के बहुत चहेते थे। इसके बाद भी उन्होंने मेरे फैसले का विरोध नहीं किया। जो भी मैंने निर्णय लिया, उसका उन्होंने समर्थन ही किया। पुष्पम प्रिया ने आगे कहा कि बिहार को बदहाली से जीतने की जरूरत है। पता नहीं लोगों को हक समझ में आता है या नहीं। पुष्पम प्रिया ने कहा कि शायद लोगों को मेरी भाषा समझ में नहीं आती, क्योंकि आदत हो गई है।
जब तक जीत नहीं जाएंगे मास्क नहीं हटाएंगे
पुष्पम प्रिया ने कहा कि बाहर से आकर लोग नहीं जीतेंगे, सबको मिलकर जीतना पड़ेगा। हमें खुद समझना होगा कि कौन बिहार के हैं और कौन नहीं। पुष्पम प्रिया ने आगे कहा कि हम अपने कार्यकर्ताओं से वादा किया है कि जब तक जीत नहीं जाएंगे, तब तक मास्क नहीं हटाएंगे।