14 ऑपरेशन, 1 साल बेड पर, शादी टूटी, पर नहीं हारी हिम्मत, इतनी मेहनत की IAS बन गई प्रीति बेनीवाल
यूपीएससी को पूरे भारत की सबसे कठिन परीक्षा में से एक माना जाता है। हर युवा का सपना होता है कि वह इस परीक्षा को पास करें और भारत के लोकतंत्र की बागडोर संभाले। लेकिन सिविल सेवा की परीक्षा पास करना इतना आसान नहीं है। युवा कई सालों तक इस परीक्षा की तैयारी करते हैं और दिन-रात मेहनत कर सफलता के शिखर पर पहुंचते हैं।
आज हम आपको आईएएस प्रीति बेनीवाल की सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं, जो बेहद खास है। उन्होंने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव का सामना किया है फिर भी उन्होंने अपनी मंजिल को हासिल करने के लिए खूब मेहनत की। प्रीति बेनीवाल ने यह साबित कर दिखाया है कि इंसान के हौसले अगर मजबूत हो, तो कठिन से कठिन चुनौती को भी पार किया जा सकता है।
आईएएस प्रीति बेनीवाल की शिक्षा
प्रीति बेनीवाल हरियाणा के डुपेडी गांव की रहने वाली हैं। प्रीति बेनिवाल के पिता सुरेश कुमार थर्मल प्लांट पानीपत में कार्यरत थे और उनकी मां बबिता इलाके की एक आंगनबाड़ी में काम करती थीं। प्रीति बेनिवाल ने अपने प्रारंभिक शिक्षा अपने पड़ोस के गांव फाफदाना के एक निजी स्कूल से हासिल की है। इसके बाद उन्होंने पानीपत से कक्षा दसवीं की परीक्षा पास की और उत्कृष्ट ग्रेड प्राप्त किए। फिर उन्होंने मतलौडा से अपनी बारहवीं कक्षा की पढ़ाई पूरी की, जिसके बाद उन्होंने इसराना कॉलेज से बी.टेक और एम.टेक ऑनर्स से डिग्री हासिल की।
M.Tech के बाद प्रीति 2013 में ग्रामीण बैंक में क्लर्क का पद प्राप्त किया। उन्होंने बहादुरगढ़ में 2013 से 2016 तक अपनी सेवाएं दीं। हालांकि, इस दौरान वह सरकारी सेवाओं की भी तैयारी कर रहीं थी। नौकरी के दौरान ही उनका चयन FCI में असिस्टेंट जनरल-2 के पद पर हो गया। यहां भी उन्होंने कुछ सालों तक काम किया और सरकारी नौकरी की तैयारी भी जारी रखी।
ट्रेन हादसे का हुईं शिकार
प्रीति बेनीवाल की जिंदगी में साल 2016 में एक बड़ा मोड़ आया। वह एफसीआई में विभागीय पदोन्नति के लिए गाजियाबाद में एक परीक्षा देने के लिए ट्रेन से यात्रा कर रही थीं। इसी दौरान वह एक बेहद भयानक ट्रेन दुर्घटना का शिकार हो गई थीं। गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर अचानक ही उनका पैर फिसला और वह ट्रेन के सामने जा गिरीं। इस हादसे के बाद प्रीति को 14 सर्जरी से गुजरना पड़ा। उन्हें 1 साल तक बेड रेस्ट करना पड़ा।
सुसराल वालों ने नाता तोड़ा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जब प्रीति इस हादसे का शिकार हुईं, तो उनके पति और ससुराल पक्ष के लोगों ने उन्हें इसी हालत में छोड़ दिया। इस भयानक घटना के बाद उनके पति और ससुराल वालों ने भी उनसे नाता तोड़ लिया और उनकी शादी टूट गई। इस हादसे से वह पूरी तरह टूट गई लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने हार नहीं मानी, बल्कि एक आईएएस अधिकारी बनने का फैसला लिया। वह दिन-रात कड़ी मेहनत कर सिविल सेवा की परीक्षा की तैयारी में जुटी रहीं।
हालातों से लड़कर बनीं IAS
प्रीति बेनीवाल के जीवन में जो परिस्थितियां आईं, ऐसे में बहुत से लोग अपनी किस्मत को कोसने के अलावा और कुछ नहीं कर पाते। लेकिन प्रीति ने इनसे लड़ने का फैसला किया और वह लड़ी भी और जीती भी। प्रीति बेनीवाल दो बार असफल हुईं। लेकिन फिर भी उन्होंने अपनी कोशिश जारी रखी। आखिरकार 2020 में उन्हें सफलता हासिल हुई और उन्होंने यूपीएससी पास कर लिया। उन्होंने साल 2020 में ऑल इंडिया 754वीं रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी का पद हासिल किया।