कभी वेटर का काम करते थे पंकज त्रिपाठी, जेल भी जा चुके हैं कालीन भैया, ऐसे बदली किस्मत
पंकज त्रिपाठी भारत के एक बहुत ही जाने-माने और बेहतरीन कलाकार हैं। इन्होंने अपने बेहतरीन अभिनय से लाखों दर्शकों का दिल जीता है। मौजूदा समय में पंकज त्रिपाठी की गिनती बॉलीवुड के सबसे शानदार अभिनेताओं में होती है। पंकज त्रिपाठी ने अपने फिल्मी करियर में एक से बढ़कर एक फिल्में दी हैं। अपनी उम्दा एक्टिंग और लाजवाब डायलॉग डिलीवरी के बूते एक्टर दर्शकों में अपनी अलग छाप छोड़ चुके हैं।
पंकज त्रिपाठी आज जिस मुकाम पर खड़े हैं, वहां तक पहुंचने के लिए उन्होंने अपने जीवन में काफी कड़ी मेहनत की है। पंकज त्रिपाठी के लिए अपना यह सपना साकार करना इतना आसान नहीं था। उन्होंने कई मुश्किलें झेलीं, तंगहाली से लेकर काम की कमी, हर संकट का सामना किया। परंतु इसके बावजूद भी किसी भी कठिनाई के आगे उन्होंने हार नहीं मानी और पंकज त्रिपाठी लगातार आगे बढ़ते गए। आज वह इंडस्ट्री के सुपरस्टार्स में शुमार हैं।
पंकज त्रिपाठी का जन्म 5 सितंबर 1976 को एक हिंदू ब्राह्मण परिवार में बिहार के गांव बेलसंड में हुआ था। पंकज त्रिपाठी बचपन से ही अभिनेता बनना चाहते थे। पंकज त्रिपाठी गांव देहात के नुक्कड़ नाटकों में काम भी किया करते थे। यहां तक कि वह नाटकों में लड़की बनकर एक्टिंग भी करते थे। पंकज त्रिपाठी के एक्ट को गांव के लोगों द्वारा काफी पसंद किया जाता था। यहीं से उनका यह सफर शुरू हुआ और उन्होंने यह ठान लिया कि वह अपने जीवन में बस एक्टिंग ही करेंगे।
होटल में की वेटर की नौकरी
पंकज त्रिपाठी ने अपने शुरुआती दिनों में काफी संघर्ष किया है। शायद ही बहुत कम लोगों को इस बात का पता होगा कि फिल्मों में आने से पहले पंकज त्रिपाठी एक होटल में वेटर की नौकरी करते थे। इस दौरान वह थिएटर में भी सक्रिय रहे। पंकज त्रिपाठी ने यह नौकरी करीब 2 साल तक की थी।
पंकज त्रिपाठी ने कभी चुराई थी मनोज बाजपेयी की चप्पल
जब पंकज त्रिपाठी ने अपने करियर की शुरुआत की थी तो उस समय मनोज बाजपेयी इंडस्ट्री में एंट्री कर चुके थे और शूल फिल्म के बाद उनका फैनबेस भी मजबूत हो रहा था। पंकज त्रिपाठी भी एक ऐसे ही फैन थे। मनोज बाजपेयी एक बार होटल में ठहरे हुए थे और उसी होटल में पंकज त्रिपाठी वेटर का काम किया करते थे। जब पंकज त्रिपाठी को इस बात की जानकारी हुई कि मनोज बाजपेयी भी इसी होटल में रुके हुए हैं तो उन्होंने चुपके से जाकर उनकी चप्पल चुरा ली थी और गुरु की खड़ाऊ मानकर अपने पास रख लिया था। एक इंटरव्यू के दौरान खुद पंकज त्रिपाठी ने यह किस्सा मनोज बाजपेयी के सामने सुनाया था।
जेल तक गए हैं पंकज त्रिपाठी
आपको बता दें कि हाजीपुर में होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई के दौरान पंकज त्रिपाठी राजनीति में भी काफी सक्रिय हो गए थे। उस समय के दौरान बिहार में लालू प्रसाद यादव की सरकार थी। उन्होंने सरकार के खिलाफ आवाज उठाई थी। इसके बाद उनको 7 दिन जेल की सलाखों के पीछे गुजारना पड़ा था।
एक्टिंग कोर्स करके मुंबई पहुंचे पंकज त्रिपाठी
पंकज त्रिपाठी ने दिल्ली में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा ज्वाइन किया। दिल्ली से एक्टिंग कोर्स करने के बाद पंकज त्रिपाठी मुंबई पहुंचे। लेकिन यहां पर भी उनको काफी संघर्ष करना पड़ा। काफी लंबे इंतजार के बाद आखिरकार पंकज त्रिपाठी की मेहनत रंग लाई। साल 2004 में उनको फिल्म “रन” में एक छोटा सा रोल करने का मौका मिला। इस फिल्म के बाद पंकज त्रिपाठी ने कई फिल्मों में छोटा-मोटा रोल किया।
“गैंग ऑफ वासेपुर” से पंकज त्रिपाठी को मिली पहचान
पंकज त्रिपाठी को असली पहचान साल 2012 में आई फिल्म “गैंग्स ऑफ वासेपुर” से मिली। इस फिल्म में उनका किरदार काफी सराहा गया। इसके बाद ओटीटी पर “मिर्जापुर” रिलीज हुई, जिसमें पंकज त्रिपाठी ने “कालीन भैया” का किरदार निभाया। अपने इस किरदार से उन्होंने सबका दिल जीत लिया। पंकज त्रिपाठी को लोग मिर्जापुर में कालीन भैया के नाम से ही जानने लगे। कभी तंगहाली में जिंदगी काटने को मजबूर पंकज त्रिपाठी के पास आज किसी भी चीज की कमी नहीं है।
आज के समय में पंकज त्रिपाठी की नेटवर्क करीब 40 करोड़ रुपए है और उनका मुंबई में भी एक शानदार घर है। इतना ही नहीं बल्कि पंकज त्रिपाठी कई लग्जरी गाड़ियों के मालिक भी हैं। अब एक फिल्म करने के लिए पंकज त्रिपाठी करोड़ों रुपए की फीस लेते हैं।