भारत ने किया रुसी S-400 मिसाइल का परीक्षण सफल, हैरान हुई दुनिया वहीं चीन पाक के हौसले पस्त
नई दिल्ली – हिन्दुस्तान की सीमाएं अब जल्द ही रूसी एस-400 डिफेंस सिस्टम से पुरी तरह सुरक्षित होंगी। इस डिफेंस सिस्टम कि वजह से पाकिस्तान और चीन जैसे दुश्मन देशों के विमान या ड्रोन भारतीय सीमा में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। भारतीय एयरफोर्स ने एस-400 का आज सफल परिक्षण किया है। देश कि सीमा में विमान या ड्रोन के प्रवेश को रोकने के अलावा एस-400 विमान या ड्रोन को हवा में मार गिराने, एयरक्राफ्ट सर्विलांस, क्रूज मिसाइल और ड्रोन को 400 किमी की दूरी से ही नष्ट करने कि क्षमता रखता है।
डिफेंस सिस्टम से चीन और पाक होंगे निशाने पर
इंडियन एयरफोर्स ने रूस के एयर डिफेंस सिस्टम का सफल परीक्षण किया है। आपको बता दें कि कुछ महीने पहले पीएम मोदी 4 देशों के दौरे पर रुस गए थे जहां उनके और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच कई डील पर करार हुआ। इनमें से एक डील ऐसी भी थी जिससे भारत का सुरक्षा तंत्र इतना मजबूत हो जाएगा कि चीन और पाकिस्तान जैसे देश आंख उठने की हिम्मत भी नहीं कर सकेंगे।
इसी के तहत भारत के एस 400 डिफेंस सिस्टम मिला है। यह डिफेंस सिस्टम एक साथ 36 मिसाइलों को मार गिराने में सक्षम है। जिसके बाद पाकिस्तान और चीन को हमारे ऊपर आंख उठाने से पहले कई बार सोचना पड़ेगा। विशेष तौर पर पाकिस्तान और चीन से हमले की स्थिति में भारत इस सिस्टम का बेहतर इस्लेमाल कर सकेगा। इससे देश की सीमा पूरी तरह से सुरक्षित हो जाएगी।
कैसे काम करता है S-400 मिसाइल सिस्टम?
रूस से भारत को पांच ‘S-400 एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम’ के अलावा 200 ‘कामोव केए-226 टी’ हेलिकॉप्टर भी मिलेगा। आपको बता दें कि S-400 एक विमान भेदी मिसाइल है, जो रूस की नई वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली का हिस्सा है। S-400 को साल 2007 में रूसी सेना में शामिल किया गया था। इस डिफेंस सिस्टम से दुश्मन के विमानों, क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों तथा जमीनी ठिकानों को निशाना बनाया जा सकता है। S-400 400 किलोमीटर तक मार कर सकती हैं।
इस डिफेंस सिस्टम से एक साथ तीन मिसाइलें दागी जा सकती हैं। S-400 से मिसाइल और ड्रोन तक की की मौजूदगी का पता लगाकर किसी भी हवाई हमले को आसानी से नाकाम किया जा सकता है। यह डिफेंस सिस्टम भारत को पाकिस्तान और चीन की न्यूक्लियर पावर्ड बैलिस्टिक मिसाइलों से कवच की तरह काम करेगा। इसके अलावा यह पाकिस्तान या चीन की न्यूक्लियर पावर्ड बैलिस्टिक मिसाइलों से देश की रक्षा करेगा।