2 माह के बच्चे ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, हासिल किए सबसे ज्यादा सरकारी दस्तावेज,बना लाखों की प्रेरणा
वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का सपना कई लोग देखते हैं। उन्हें ये रिकॉर्ड बनाने में कई साल लग जाते हैं। कइयों की उम्र निकल जाती है लेकिन फिर भी वह ये रिकॉर्ड नहीं बना पाते हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे बच्चे से मिलाने जा रहे हैं जिसने महज दो महीने की उम्र में वर्ल्ड रिकॉर्ड बना लिया। लोग उसे ‘द डॉक्यूमेंट बॉय’ (The Document Boy) कहते हैं। उसे ये टाइटल क्यों और कैसे मिला इस बारे में चलिए विस्तार से जानते हैं।
दो माह के बच्चे ने बनाया अनोखा रिकॉर्ड
इनसे मिलिए, ये है रिवांश राभ्या मिश्रा (Rivansh Rabhya Mishra)। इनका जन्म इसी साल 15 जनवरी 2023 को हुआ था। वहीं पैदा होने के महज 67 दिनों बाद यानि 23 मार्च 2023 को इस बच्चे ने एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर मां बाप का नाम रोशन कर दिया। इनके पिता का नाम मयंक मोहित मिश्रा (Mayank Mohit Mishra) और मां का नाम पूजा मिश्रा (Pooja Mishra) है। बेटे के वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने में इन दोनों का अहम योगदान और मेहनत रही है। यह परिवार नोएडा का रहने वाला है।
दरअसल रिवांश सबसे ज्यादा सरकारी दस्तावेज हासिल करने वाला भारत का सबसे कम उम्र का शख्स बन गया है। बेबी ने पैदा होने के महज 67 दिनों के अंदर बर्थ सर्टिफिकेट, आधार कार्ड, गवर्नमेंट वैक्सनैशन कार्ड, पैन कार्ड, ABHA कार्ड, बैंक अकाउंट, PPF अकाउंट, किसान विकास पत्र LIC, RD, FD, डेबिट कार्ड और चेक बुक समेत कई सरकारी दस्तावेज हासिल कर लिए। अपनी इस उपलब्धि को लेकर ये नन्हा बच्चा काफी सुर्खियां भी बटोर रहा है।
दूसरों के लिए बना प्रेरणा
बच्चे की यह उपलब्धि दर्शाती है कि इतनी कम उम्र में भी आजकल की जनरेशन क्या कुछ कर गुजरने में सक्षम है। कई लोग तो अपनी पूरी जिंदगी इस तरह की उपलब्धियां हासिल करने के लिए संघर्ष करते रहते हैं। वहीं दूसरी ओर इस छोटे से लड़के ने इतनी कम उम्र में वर्ड रिकॉर्ड बनाकर सफलता का नया आयाम क्रीऐट कर लिया। उनकी यह उपलब्धि और भी लोगों को लाइफ में कुछ बड़ा करने के लिए प्रेरित करेगी।
रिवांश की इस उपलब्धि ने न सिर्फ उनके माता पिता का बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है। वैसे उनके माता पिता ने भी अपने बेटे को इतने सरकारी दस्तावेज इतनी जल्दी दिलाने में बड़ी मेहनत की है। आप सभी जानते ही होंगे कि सरकारी दस्तावेज बनाने में सरकारी दफ्तरों में कितनी भाड़ा दौड़ी करनी पड़ती है। यह वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना इतना भी आसान नहीं रहा होगा जितना हमे लगता है। इस बारे में रिवांश के माता पिता ने मीडिया से बात भी की।
रिवांश के पेरेंट्स ने दैनिक भारत से बात करते हुए कहा “हमारे नन्हें बेटे की इस उपलब्धि पर हमे पेरेंट्स होने के नाते गर्व है। हालांकि ये पूरी प्रोसेस बड़ी कठिन थी। लेकिन हमने हार नहीं मानी। कड़ी मेहनत की। और आज इसका फल भी हमे मिला। हम और हमारे जान पहचान वाले सभी लोग यह जानकार बड़े खुश हैं कि हमारा रिवांश इतनी छोटी उम्र में बाकी बच्चों और पेरेंट्स के लिए रोल मॉडल बन गया है। उम्मीद है कि बाकी लोग भी इससे प्रेरणा लेकर लाइफ में कुछ बड़ा करेंगे।”