पति पत्नी में उम्र का फासला वैवाहिक जीवन के लिए है फायदेमंद, जानिए इसकी सही वजह
शादी की सही उम्र के साथ साथ अक्सर इस बात पर भी जोर दिया जाता है कि लड़के और लड़की की उम्र में कुछ साल का अन्तराल रहना चाहिए। वैसे तो ये भारतीय परम्परा है जिसमें पति से पत्नी उम्र में छोटी ही होनी चाहिए.. लेकिन व्यवहारिक रूप से भी इसके कई फायदे हैं ..हम आपको ऐसे कुछ व्यवहारिक सी बातें बता रहे हैं जिसकी वजह से पति पत्नी में उम्र का फासला इस रिश्ते को और मजबूत बनाता है ।
1 बॉयोलॉजिकल तर्क
शादी के लिए उम्र को लेकर एक बॉयोलॉजिकल तर्क है कि पुरुषों में ढलती उम्र के लक्षण महिलाओं की तुलना में देर से नजर आते हैं, जबकि महिलाएं जल्दी उम्रदराज नजर आने लगती हैं,ऐसे में उनकी उम्र कम होना ठीक है। लड़कियां सामान्यतः लड़कों से जल्दी् परिपक्व हो जाती हैं और महिलाओं में सेक्स समस्याएं भी पुरूषों के मुकाबले जल्दी उम्र में पनपनी लगती है ऐसे में उम्र का रिश्तों पर प्रभाव पड़ना लाजमी है।यही वजह है कि हमारे यहां लड़कियों की कम उम्र सही मानी जाती है।
2 मैच्योरिटी और स्टेबिलिटी का फायदा
लड़के का उम्र में बड़े होने का व्यवहीरिक फायदा ये होता है कि ऐसे लोग इमोशनली काफी मैच्योर होते हैं जहां अक्सर हमउम्र या छोटे लड़कों में ईगो आ जाता है वहीं उम्रदराज शख्स में ईगो की प्रॉब्लम नही होती है। ऐसे लोग परिस्थितियों को ज्यादा अच्छे से संभालने में सक्षम होते हैं। उम्रदराज शख्स इमोशनली और प्रोफेशनली दोनों ही तरीके से ज्यादा स्टेबल होते हैं.. जबकि युवा हर रोज एक नया एक्सपेरिमेंट करते रहते हैं जो कि वैवाहिक जीवन के लिए ठीक नही होता है।
3 आपसी समझ और बेहतर तालमेल
माना जाता है कि लड़के के उम्र में बड़ा होने से दोनों के बीच तालमेल अच्छा रहता है .. उम्र के साथ व्यक्ति की सोच विकसित होने लगती है, वह चीजों को अच्छे से समझता है और किसी चीज में संतुलन सही तरीके से बना सकता है। क्योंकि एज-गैप होने से रिलेशनशिप का संतुलन बना रहता है।ये भी कहा जाता है कि लड़कियां स्वभाव से भावुक (इमोशनल) होतीं हैं और ऐसे में अगर लड़के की उम्र ज्यादा होती है तो वो लड़की को भावनात्मक सहारा दे सकता है।
4-रिश्ते में सम्मान बना रहता है
इसके अलावा लड़की भी उम्र में बड़े होने के कारण लड़के को इज्जत देती है और उसकी हर बात मानती है।दोनों की उम्र समान होने पर लड़ाई- झगड़े अधिक हो सकते हैं। उम्र का अंतर होने पर रिस्पेक्ट बनी रहती है और झगड़े कम होते हैं। यही वजह हैं कि भारत में दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले तलाक के बेहद ही कम केस आते हैं और ज्यादातक शादियां सफल रहतीं हैं। शादी के लिए लड़की उम्र में लड़के से छोटी – ये प्रथा हमारे समाज में बहुत पहले से चली आ रही है और ये पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ रही है।