Pics : सादगी और खूबसूरती का बेजोड़ मेल है जया किशोरी, स्टाइलिश अंदाज के आगे फेल है बॉलीवुड एक्ट्रेस
जया किशोरी देश की एक मशहूर कथावाचक हैं. वे कथावाचक के साथ ही मोटिवेशनल स्पीकर के रुप में भी अपनी पहचान रखती हैं. वे कथाओं के माध्यम से लोगों को धर्म और आस्था से जोड़ती है जबकि इसके अलावा वे मोटिवेशनल स्पीच देकर लोगों को आम जिंदगी में काम आने वाली बातों के बारे में भी बताती रहती हैं.
जया किशोरी किसी पहचान की मोहताज नहीं है. 27 साल की जया किशोरी बचपन से ही अध्यात्म से जुड़ गई थी. बहुत छोटी उम्र में उनका मन भजन कीर्तन में लगने लगा था. सालों से वे कथा कर रही हैं. देश भर में लोग बड़े चाव के साथ उनकी कथा सुनते हैं. वहीं सोशल मीडिया पर उनकी कथा और उनकी मोटिवेशनल स्पीच से जुड़े वीडियो भी खूब वायरल होते है.
राजस्थान के एक छोटे से गांव सुजानगढ़ में जया किशोरी का जन्म 13 जुलाई 1995 को हुआ था. उनका असली नाम जया शर्मा है. आगे जाकर वे जया किशोरी हो गई थी. यह नाम उन्हें उनके गुरु गोविंद राम मिश्र ने दिया था. पिता का नाम शिव शंकर शर्मा है और उनकी माता का नाम गीता देवी शर्मा है. जया किशोरी की एक बहन भी है.
बता दें कि अपने परिवार के साथ जया किशोरी पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में रहती हैं. उनकी पढ़ाई भी कोलकाता में ही हुई है और उनका बचपन भी कोलकाता में ही बीता है. बता दें कि जया किशोरी से कई बार शादी को लेकर सवाल किए गए है. जवाब में उन्होंने कहा है कि वे कोलकाता के ही रहने वाले किसी व्यक्ति से शादी करेगी.
जया किशोरी अपनी कथाओं और मोटिवेशनल स्पीच के अलावा अपनी खूबसूरती को लेकर भी चर्चा में रहती हैं. अपने सिंपल अंदाज से भी जया किशोरी हर किसी का मन मोह लेती हैं. हालांकि उनका स्टाइलिश अंदाज भी किसी से छिपा नहीं है. सोशल मीडिया और इंटरनेट पर उनकी ढेरों तस्वीरें मौजूद है.
जया किशोरी छोटी सी उम्र में ही काफी सफलता और लोकप्रियता हासिल कर चुकी हैं. वे एक कथा के लिए लाखों रुपये लेती है लेकिन फिर भी वे जमीन से जुड़ी हुई इंसान है और वे एक साधारण जीवन जीने में विश्वास रखती हैं.
जया किशोरी हमेशा लगभग एक ही तरह के कपड़े पहनती हैं. उन्हें हमेशा सलवार सूट में ही देखा जाता है. इस तरह के कपड़ों में उनकी सादगी और उनका व्यक्तित्व भी साफ़ झलक कर सामने आता है. भारतीय परिधान जया किशोरी पर खूब जंचते हैं.
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जया किशोरी द्वारा कही जाने वाली हर एक बात सीधे लोगों के दिलों में उतरती है. उनका कहना है कि उड़ान हमेशा ऊंची रखो और नजरें हमेशा नीची रखो.
सात साल की छोटी सी उम्र में जया का झुकाव अध्यात्म की ओर हो गया था. वहीं महज नौ साल की छोटी सी उम्र में उन्होंने संस्कृत में लिंगाष्टकम, शिव तांडव स्त्रोत, रामाष्टकम जैसे तमाम स्रोत याद कर लिए. जबकि 12वीं कक्षा की पढ़ाई के दौरान उन्होंने श्रीमदभागवत कथा को याद कर लिया था.