ये 5 भोग लगाने से जल्दी प्रसन्न होते हैं हनुमान जी, दूर करते हैं सारे कष्ट
हनुमान जी जीवन के सभी कष्ट दूर करने के लिए जाने जाते हैं। यही वजह है कि भक्त उन्हें प्रसन्न करने की कोशिश करते रहते हैं। कोई हनुमान चालीसा का पाठ करता है तो कोई उनकी पूजा पाठ करता है। हनुमान जी को भोग लगाने की परंपरा भी है। इस दौरान आप कुछ खास चीजों का भोग लगाकर उन्हें जल्दी प्रसन्न कर सकते हैं। इससे आपके कई कष्ट दूर हो जाएंगे। तो चलिए जानते हैं कि बजरंगबली को किन-किन चीजों का भोग पसंद है।
बेसन के लड्डू
बजरंगबली को बेसन के लड्डू सबसे अधिक प्रिय होते हैं। इसे शनिवार या मंगलवार के दिन हनुमान मंदिर में अवश्य चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से हनुमान जी आपसे प्रसन्न होंगे और आपकी मनचाही इच्छा पूरी करेंगे। इस भोग को चढ़ाने के बाद इसे किसी ब्राह्मण या गरीब को अवश्य दें। इससे आपकी मनोकामना जल्दी पूर्ण होगी।
पंचमेवा
हनुमान जी को पंचमेवा का भोग भी लगाना शुभ माना जाता है। इसमें आप काजू, बादाम, किशमिश, छुआरा, खोपरागिट जैसी चीजें शामिल कर सकते हैं। पंचमेवा का यह भोग आप मंदिर में या अपने घर में स्थित हनुमान जी की मूर्ति के सामने लगा सकते हैं। इसे लगाते समय आप हनुमान जी को अपने जीवन की समस्याएं बता सकते हैं। वह जल्द इसका निवारण करेंगे।
गुड़, चना और चिरौंजी
गुड़ चना और चिरौंजी का प्रसाद हनुमान जी का प्रिय होता है। इसे भक्त बड़ी मात्रा में हनुमान जी को चढ़ाते हैं। यह सबसे सस्ता प्रसाद भी होता है। इसे हर वर्ग का भक्त अफोर्ड कर सकता है। यह प्रसाद चढ़ाने के बाद आपका भाग्य आपका साथ देने लगता है। आपकी सभी इच्छाएं पूरी होने लगती है। सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। बजरंगबली का आशीर्वाद आपके सिर पर बना रहता है।
नारियल
नारियल एक ऐसा प्रसाद है जो लगभग सभी देवी देवताओं को चढ़ाया जाता है। यहां मंदिरों में सबसे ज्यादा चढ़ाया जाने वाला प्रसाद है। हनुमान जी भी इस श्रीफल यानी नारियल को पसंद करते हैं। आप हर मंगलवार या शनिवार हनुमान मंदिर में यह नारियल का प्रसाद जरुर चढ़ाएं। इससे हनुमान जी आपकी सभी परेशानियां दूर कर देंगे। आपको जीवन में कभी कोई तकलीफ नहीं आएगी।
मिश्री का लड्डू
हनुमान जी को मिश्री या फिर उससे बना लड्डू का प्रसाद ही चढ़ा सकते हैं। इसके अलावा आप मोदक के लड्डू भी हनुमान जी को चढ़ा सकते हैं। इस तरह के प्रसाद हनुमान जी को भी होते हैं। इन्हें चढ़ाने वाले भक्तों पर हनुमान जी की कृपा बनी रहती है। शत्रु उनका का बाल भी बांका नहीं कर पाते हैं। वह हमेशा सुरक्षित रहते हैं।