भाभी से संबंध बनाता था देवर, शादी की बात छेड़ी तो मुकर गया, फिर भाभी ने चली ऐसी चाल लेने पड़े 7 फेरे
देवर और भाभी का रिश्ता भाई-बहन और मां-बेटे के रिश्ते जैसा माना जाता है। इसमें एक मर्यादा और दूरी होती है। लेकिन कभी-कभी विशेष परिस्थितियों के चलते दोनों के बीच प्यार भी हो जाता है। दोनों बहक जाते हैं और संबंध बना लेते हैं। गाजीपुर के सदर कोतवाली में भी ऐसा ही एक मामला देखने को मिला। यहाँ देवर और भाभी के बीच शारीरिक संबंध थे। दोनों कई सालों से रिलेशनशिप में थे। लेकिन जब भाभी ने शादी की बात छेड़ी तो देवर पलट गया। फिर पुलिस को बीच में आकर मामला निपटाना पड़ा।
पति की मौत के बाद देवर से बन गए संबंध
दरअसल भाभी मौसमी विश्वकर्मा (पिता साधु विश्वकर्मा) जंगीपुर थाना क्षेत्र के वार्ड नम्बर 9 आजाद नगर की रहने वाली है। साल 2015 में उसकी शादी सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के अंधऊ गांव निवासी त्रिलोकी विश्वकर्मा से हुई थी। इस शादी से दोनों का एक बेटा भी हुआ। सबकुछ अच्छा चल रहा था कि इनकी खुशी को ग्रहण लग गया। त्रिलोकी बिजली की चपेट में आ गया। इससे उसकी मौत हो गई।
पति की मौत के बाद मौसमी उदास रहने लगी। अपनी दुखी भाभी को देवर जगरनाथ विश्वकर्मा ने कंधा दिया। लेकिन दिलासा देते-देते वह भाभी से प्यार कर बैठा। अकेली पड़ गई भाभी का दिल भी देवर पर फिसल गया। बस फिर क्या था जल्द दोनों का प्यार इतना परवान चढ़ा कि इनके आपस में संबंध भी बनने लगे। यह कई सालों तक ऐसा ही चला। दोनों एक ही घर में थे तो लीव इन में भी रहने लगे।
शादी से मुकरा देवर तो थाने जा पहुंची भाभी
इस बीच मौसमी ने अपने देवर से शादी की बात की। लेकिन देवर का मूड बदल गया। उसने शादी से इनकार कर दिया। ऐसे में मौसमी और उसके माता पिता पुलिस के पास मदद की गुहार लेकर पहुंचे। गाजीपुर के सदर कोतवाली में पुलिस की हस्तक्षेप के बाद देवर जैसे तैसे भाभी से शादी करने को राजी हुआ। उसने अपनी भाभी की मांग भरकर उसे पत्नी बना लिया। शादी की रस्में कोतवाली परिसर में स्थित मंदिर में परिजनों की उपस्थिति में सम्पन्न हुई। मामला अंधऊ गांव का है।
अब देवर और भाभी की शादी का यह मामला पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। किसी ने इस शादी की आलोचना की तो कोई बोला एक विधवा का अपने ससुराल में फिर से घर बस गया। इससे अच्छा क्या हो सकता है। वैसे इस पूरे मामले पर आपकी क्या राय है हमे कमेंट कर जरूर बताएं।