देवेंद्र फडणवीस और उद्धव ठाकरे के बीच इस समय ताबड़तोड़ तू तू मैं मैं चल रही है। नागपूर में मंगलवार (4 अप्रैल) ‘सावरकर गौरव यात्रा’ के दौरान तो उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस उद्धव ठाकरे पर ऐसे बरसे कि हर कोई देखता रह गया। उन्होंने फुल फिल्मी अंदाज में उद्धव ठाकरे को खरी खोटी सुनाई। कहा – मैं फड़तूस नहीं कारतूस हूं। झुकेगा नहीं, घुसेगा। विरासत जन्म से नहीं, कर्म से मिलती है। आपने अपने पिता के पद चिह्नों पर चलना छोड़ा तो हम एकनाथ शिंदे की शिवसेना संग मिलकर वीर सावरकर के गौरव की लड़ाई लड़ने लगे।”
फडणवीस-ठाकरे की तू तू मैं मैं पहुंची नेक्स्ट लेवल
इस मौखिक झड़प की शुरुआत तब हुई जब ठाकरे गुट की एक महिला कार्यकर्ता (रोशनी शिंदे) ने ऑनलाइन सीएम एकनाथ शिंदे के ऊपर एक आपत्तिजनक पोस्ट लिख दी। ऐसे में सोमवार को शिंदे की शिवसेना की महिला कार्यकर्ताओं ने रोशनी शिंदे को मारपीटकर अस्पताल का रास्ता दिखा दिया। जब मंगलवार को उद्धव ठाकरे पीड़िता को देखने गए तो उन्होंने देवेंद्र फडणवीस को टारगेट किया। उन्हें फालतू और लाचार गृहमंत्री बताया। कहा उनसे गृह विभाग संभल नहीं रहा, इस्तीफा दे देना चाहिए।
इतना ही नहीं उन्होंने देवेंद्र फडणवीस को फडतूस कहा और सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को याद दिलाते हुए एकनाथ शिंदे की सरकार को नपुंसक तक बोल दिया। कहा शिंदे मुख्यमंत्री नहीं गुंडा मंत्री है। एक महिला को पीटने के लिए महिलाओं का झुंड भेजा। उधर एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील ने नमक मिर्च डालते हुए कहा देवेंद्र फडणवीस की ठाणे (सीएम शिंदे का गढ़) में जरा भी नहीं चलती। उन्हें तो अपने गृह विभाग पर ताला लगा देना चाहिए।
पलटवार करते हुए देवेंद्र फडणवीस बोले “भाई हम भी नागपुरिया हैं। हमे भी निचले स्तर पर बात करना आता है। जिन लोगों ने ढाई साल घर से बाहर कदम नहीं रखा वह अब हमे गृह विभाग चलाना सिखाएंगे? जिस मुख्यमंत्री की अपने दो मंत्रियों के जेल जान एके बावजूद उनसे इस्तीफा लेने की हिम्मत नहीं हुई अब वह हमे लाचार बताएंगे? जिसके राज में पुलिस एक्सटॉर्शन हुआ वह अब हमे गृह विभाग चलाना सिखाएंगे? मैं इस्तीफा नहीं देने वाला, लेकिन हाँ जो कायदे से बाहर जाएंगे उन जैसों को जेल में ठुसने के लिए गृहमंत्री जरूर बना रहूंगा। और हाँ मैं कोई आपकी कृपा से गृहमंत्री नहीं बना हूं।”
उद्धव ठाकरे को मिली लास्ट वार्निंग
उधर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने उद्धव ठाकरे को डायरेक्ट धमकी दे डाली। कहा यदि उद्धव ठाकरे की जुबान से हमारे नेता देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ एक शब्द भी निकला तो बीजेपी ‘मातोश्री’ आ जाएगी। फिर उद्धव ठाकरे को घर में मुर्गा बनाया जाएगा। उन्हें घर से बाहर कदम नहीं रखने दिया जाएगा। उनका महाराष्ट्र में घूमना कठिन हो जाएगा। इसे लास्ट चेतावनी समझें। दूसरी तरफ बीजेपी विधायक नितेश राणे भी चुप नहीं रहे। कहा उद्धव ठाकरे की एक बार सिक्योरिटी हटा लो। उनकी हिम्मत नहीं देवेंद्र फडणवीस को फडतूस बोल दें। वह तो एक मच्छर भी नहीं मार सकते।
आज बुधवार केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की प्रेस कॉन्फ्रेंस है। ऐसे में यह तू-तू मैं-मैं का सिलसिला और बढ़ सकता है। वे उद्धव ठाकरे को फटकार लगा सकते हैं। वहीं ठाकरे गुट के कार्यकर्ता रोशनी शिंदे पर हमला करने वाले आरोपियों पर सख्त कारवाई की मांग के पीछे पड़े हुए हैं। वह इसे लेकर ठाणे आयुक्तालय के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं।
क्या होगा ठाकरे-भाजपा का मिलन?
उधर उद्धव गुट भी दुविधा में है। शिंदे ने जब से शिवसेना पर पकड़ मजबूत की है जब से उद्धव गुट अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है। वह चाहे तो कांग्रेस और एनसीपी से हाथ मिला सकते हैं। लेकिन फिर उनके ऊपर सेक्यूलर पार्टी का ठप्पा लग जाएगा। हिंदुत्व का आधार चला जाएगा। इससे उनकी अहमियत कम हो जाएगी। और पहले से दो ऐसे में सेक्यूलर पार्टी के बाद राज्य को तीसरी की जरूरत क्यों होगी? ऐसे में उनके पास अपने अस्तित्व को बचाने के लिए बीजेपी संग हाथ मिलाने के अलावा को चारा नहीं है।
लेकिन ये जो तू-तू, मैं-मैं हो रही है इससे ठाकरे और बीजेपी का मिलन संकट में लग रहा है। इसकी थोड़ी बहुत जो उम्मीद बची थी उस पर संजय राउत ने पानी फेर दिया। वह पीएम नरेंद्र मोदी की डिग्री को लेकर आक्रामक दिखे। लेकिन आदित्य ठाकरे ने मामले की नाजुकता को समझते हुए समझदारी दिखाई। उनसे जब पीएम नरेंद्र मोदी के डिग्री विवाद पर सवाल डागा गया तो वह इस बारे में कुछ भी बोलने से मुकर गए। मतलब अब यदि खुद पीएम नरेंद्र मोदी पहल करें तो ठाकरे बजपा का गठबंधन हो सकता है।