परिवार संग जमकर खेली होली, फिर हुई बेचैनी, पड़ा दिल का दौरा, इस तरह दुनिया छोड़ गए सतीश कौशिक
बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में इस समय शौक की लहरें चल रही हैं। इसकी वजह दिग्गज अभिनेता और फिल्ममेकर सतीश कौशिक (Satish Kaushik) का अचानक दुनिया छोड़ जाना है। आज 9 मार्च सुबह जब उनके निधन की खबर आई तो हर कोई हैरान रह गया। किसी ने नहीं सोचा था कि सतीश अचनाक यूं दुनिया को अलविदा कह जाएंगे। दरअसल मौत से एक दिन पहले वह पूरी तरह ठीक लग रहे थे। उन्होंने अपने साथियों और परिवार संग होली भी मनाई।
होली खेलने के बाद बिगड़ी तबीयत
7 मार्च को सतीश कौशिक ने जावेद अख्तर और शबाना आजमी की होली पार्टी अटेंड की थी। इस दौरान उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों संग जमकर होली खेली। उन्होंने इस होली सेलिब्रेशन की तस्वीरें भी अगले दिन यानि 8 मार्च को इंस्टाग्राम पर साझा की। इन तस्वीरों में वह बेहद खुश और हंसते हुए दिखाई दे रहे हैं। उन्हें देख कहना मुश्किल है कि इस तरह वह अचानक दुनिया को अलविदा कह जाएंगे।
इस होली पार्टी में वह महिमा चौधरी, जावेद अख्तर, ऋचा चड्ढा और अली फजल संग मस्ती करते दिखाई दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि यहां दोपहर तक होली मनाने के बाद वह दिल्ली रवाना हो गए थे। दिल्ली में उन्होंने अपने दोस्तों और परिवार के साथ होली का जश्न मनाया। लेकिन होली खेलने के बाद उन्हें बेचैनी सी महसूस हो रही थी। ऐसे में परिजन उन्हें Fortis अस्पताल ले गए। यहां डॉक्टरों ने उन्हें बचाने का बड़ा प्रयास किया, लेकिन रात तक उन्होंने अंतिम सांस ले ली।
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आज मुंबई में होगा अंतिम संस्कार
बताया जा रहा है कि सतीश जी को दिल का दौरा पड़ा था। फिलहाल उनके पार्थिव शरीर का दिल्ली के दीनदयाल अस्पताल में पोस्टमार्टम हो रहा है। इसके बाद करीब 3 बजे तक उनके शव को मुंबई ले जाया जाएगा। यहां उनका अंतिम संस्कार होगा। सतीश अपने पीछे पत्नी शशि और बेटी वंशिका को छोड़ गए हैं। वंशिका अभी महज 11 साल की है। उनके यूं अचानक जाने से परिवार को गहरा सदमा लगा है।
सतीश कौशिक की कमी बॉलीवुड में हमेशा खलेगी। वह एक बेहतरीन अभिनेता थे। उनकी कॉमेडी लोगों को बड़ी पसंद आती थी। उनकी डायलॉग डिलीवरी और कॉमिक टाइमिंग कमाल की थी। एक्टिंग के बाद उन्होंने डायरेक्शन में भी हाथ आजमाया। इसमें भी उन्हें काफी सफलता मिली।
फिल्मों में किए यादगार रोल
वैसे तो सतीश कौशिक ने अपने फिल्मी करियर में कई रोल किए। लेकिन उनके कुछ किरदार आज भी लोगों को बड़े पसंद आते हैं। इसमें मिस्टर इंडिया का कैलेंडर का किरदार सबका फेवरेट है। फिर दीवाना मस्ताना में पप्पू पेजर का रोल भी बड़ा याद आता है। जाने भी दो यारों, कागज, स्वर्ग, जमाई राजा, साजन चले ससुराल, मिस्टर और मिसेज खिलाड़ी उनकी कुछ प्रमुख फिल्में थी।
बतौर निर्देशक उन्होंने मिलेंगे मिलेंगे, शादी से पहले, वादा, तेरे नाम, बधाई हो बधाई, मुझे कुछ कहना है, हमारा दिल आपके पास है, हम आपके दिल में रहते हैं, प्रेम, रूप की रानी चोरों का राजा जैसी फिल्में बनाई। वह बधाई हो बधाई और मिस्टर इंडिया जैसी फिल्मों के प्रोड्यूसर भी रहे। वहीं मिलेंगे मिलेंगे, शादी से पहले और जाने भी दो यारों में उन्होंने बतौर लेखक काम किया।