29 दिन कोमा में रही हीरोइन बोलीं- SEX कब का खत्म हो गया, 53 साल की उम्र में इनसे मिल रहा प्यार
अनु अग्रवाल (Anu Aggarwal) अपनी पहली ही फिल्म से दर्शकों के दिलों पर छा गई थीं. अभिनेत्री की पहली फिल्म ‘आशिकी’ (Aashiqui) थी. यह फिल्म उस दौर की सबसे सफल फिल्मों में शुमार हुई थी. फिल्म में उनके साथ अहम रोल अभिनेता राहुल रॉय ने निभाया था.
राहुल और अनु की जोड़ी को दर्शकों ने खूब पसंद किया था. दोनों को ही इस फिल्म से गजब की लोकप्रियता मिली थी. हालांकि इसके बाद अनु पहले की तरह जलवा नहीं बिखेर सकी. उन्होंने फिर कुछ एक ही फिल्मों में काम किया था और फिर इसी बीच उनका एक पार्टी से लौटने के दौरान भयानक कार एक्सीडेंट हो गया था.
कार एक्सीडेंट में अनु का चेहरा बुरी तरह खराब हो चुका था. वे 29 दिनों तक कोमा में थी. हाल ही में अनु को सिंगिंग रियलिटी शो इंडियन आइडल 13 में बतौर मेहमान देखा गया था. इससे पहले वे मशहूर कॉमेडियन कपिल शर्मा के शो ‘द कपिल शर्मा शो’ में भी नजर आई थीं.
अब अनु अक्सर अपने बयानों के कारण चर्चा में रहती हैं. हाल ही में उन्होंने फिर से एक साक्षात्कार में हिस्सा लिया. जहां वे अपनी निजी जिंदगी पर बातचीत करती हुई नजर आईं. अभिनेत्री ने कहा कि, “मेरी आशिकी को क्या हो गया. मैं बेहद खुली हुई इंसान हूं. मैं हमेशा खुले विचारों की महिला रही हूं. यहां तक कि मैं बेहद खुली हुई थी. प्यार के बारे में बात करें तो कोई नहीं जानता कि भविष्य में क्या होने वाला है”.
अभिनेत्री ने आगे कहा कि, ”मुझे बच्चों से बेहद प्यार मिलता है. यह ईमानदार और मासूम प्यार है. प्यार की मेरी जरूरत दूसरे तरीके से पूरी होती है. यह सेक्स नहीं है, वह तो कभी का ख़त्म हो गया. प्यार में लोग आप पर अपना कब्जा ज़माना चाहते हैं, जो कि सही नहीं है. कई लोगों के लिए एक सही पार्टनर होना डींग मारने जैसा होता है”.
अनु कहती है कि, ”प्यार के कॉन्सेप्ट को पुनर्जीवित करने की जरूरत है. प्यार छोटे से इशारे से महसूस किया जा सकता है. इसके बारे में बहुत ज्यादा मुखर या दिखावटी होने की जरूरत नहीं है. हमें फिर से सोचने की जरूरत है”.
महिलाओं की रंगत पर अनु ने कहा कि, ”अगर आप राजस्थान जैसे राज्यों की महिलाओं को वॉरियर अवतार में देखेंगे तो उनमें से ज्यादातर डस्की थीं. रंग को लेकर कभी कोई मुद्दा ही नहीं था. व्हाइट स्किन कॉम्पलेक्स अंग्रेजों के साथ आया. 250 साल पहले. यह अब कोई मुद्दा नहीं है. मतलब है कि अगर आप मुझे पसंद करते हैं तो मैं जैसी हूं, मुझे वैसा ही ले लो”.
अनु अग्रवाल ने अंत में कहा कि, ”1998 में मैंने एक मॉडलिंग असाइनमेंट सिर्फ इसलिए छोड़ दिया था, क्योंकि वे मेरे चेहरे पर अपना मेकअप कर रहे थे. मैंने अपना हैंडबैग उठाया और वहां से निकल गई. मैं जो थी, उसके लिए खड़ी हुई. मैंने कभी किसी को दोष नहीं दिया”.