इस गंभीर बीमारी के कारण फिल्म से बाहर हुई सामंथा रुथ प्रभु ! छीन लिया गया काम, सामने आया सच
दक्षिण भारतीय सिनेमा की मशहूर और खूबसूरत अभिनेत्री सामंथा रुथ प्रभु इन दिनों एक गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं। सामंथा ने कुछ दिनों पहले खुद एक सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से अपनी बीमारी का खुलासा किया था। वहीं अब खबरें आ रही है कि बीमारी के कारण उन्हें अपने प्रोजेक्ट्स गंवाने पड़े है।
खबरें आ रही है कि बीमारी के कारण सामंथा के हाथ से उनके कुछ प्रोजेक्ट्स निकल चुके हैं। हालांकि इन खबरों पर अब अभिनेत्री की टीम की ओर से बयान आया है। एक्ट्रेस की टीम ने पूरी सच्चाई बताई है। एक्ट्रेस की टीम ने बड़ी जानकारी देते हुए यह स्पष्ट कर दिया है कि सामंथा को अपने किसी भी प्रोजेक्ट्स से हाथ नहीं धोना पड़ा है। लेकिन एक्ट्रेस को अपने शूट डिले करने पड़े हैं।
आपको जाकारी के लिए बता दें कि सामंथा Myositis नाम की बीमारी की शिकार है। इस बीमारी के कारण वे फिलहाल अभिनय से दूर है। उन्होंने अपने काम से ब्रेक लें रखा है और वे अपना इलाज करवा रही हैं। इसी बीच उन्हें लेकर कुछ अफवाहें उड़ रही है जिन पर उनकी टीम की ओर से बयान देकर अफवाहों को विराम दे दिया गया है।
सामंथा रुथ प्रभु के प्रवक्ता महेंद्र ने अफवाहों पर विराम लगाते हुए कहा है कि, ”सामंथा अभी रेस्ट कर रही हैं। वे जनवरी में खुशी मूवी के शूट में हिस्सा लेंगी। खुशी के बाद वे अपने बॉलीवुड प्रोजेक्ट पर काम करेंगी। अचानक पैदा हुई परिस्थितियों की वजह से इन प्रोजेक्ट्स का शूट 6 महीने की देरी से होगा”।
बीमारी को लेकर सामंथा ने की थी यह पोस्ट
अपने इंस्टाग्राम एकाउंट से सामंथा ने 29 अक्टूबर 2022 को एक पोस्ट साझा की थी। इसमें उनकी एक तस्वीर थी जिसमें वे अपस्ताल में बेड पर लेटी हुई नजर आ रही थीं। तस्वीर साझा करने के साथ उन्होंने लंबा चौड़ा कैप्शन भी दिया था। अभिनेत्री ने विस्तार से बीमारी का खुलासा किया था।
पहले उन्होंने अपनी फिल्म के ट्रेलर के बारे में बात की थी और लिखा था कि, ”यशोधा ट्रेलर के लिए आपकी प्रतिक्रिया जबरदस्त थी। यह वह प्यार और जुड़ाव है जो मैं आप सभी के साथ साझा करता हूं, जो मुझे जीवन में आने वाली अंतहीन चुनौतियों से निपटने की ताकत देता है”।
फिर उन्होंने आगे लिखा था कि, ”कुछ महीने पहले पता चला कि मुझे मायोजिटिस नाम की ऑटोइम्यून बीमारी है। मैं इसे छूट में जाने के बाद इसे साझा करने की उम्मीद कर रही थी। लेकिन मेरी आशा से थोड़ा अधिक समय लग रहा है। मुझे धीरे-धीरे एहसास हो रहा है कि हमें हमेशा एक मजबूत मोर्चा बनाने की जरूरत नहीं है।
इस भेद्यता को स्वीकार करना कुछ ऐसा है जिससे मैं अभी भी जूझ रही हूं। डॉक्टरों को विश्वास है कि मैं बहुत जल्द पूरी तरह से ठीक हो जाऊंगी। मेरे पास अच्छे दिन और बुरे दिन हैं…शारीरिक और भावनात्मक रूप से और यहां तक कि जब ऐसा लगता है कि मैं इसके एक और दिन को नहीं संभाल सकती, तो किसी तरह वह पल बीत जाता है। मुझे लगता है कि इसका मतलब केवल यह हो सकता है कि मैं ठीक होने के एक दिन और करीब हूं। आई लव यू….यह भी गुजर जाएगा”।