एक छोटी सी बात पर राजीव ने नहीं किया पिता राज कपूर का अंतिम संस्कार, दोनों में हो गई थी दुश्मनी
हिंदी सिनेमा में कई दिग्गज अभिनेता और निर्देशक आए लेकिन ‘शोमैन’ कहलाए राज कपूर साहब। राज कपूर ने हिंदी सिनेमा में बड़ा और ख़ास नाम कमाया था। हिंदी सिनेमा में कपूर परिवार की शुरुआत उनके पिता पृथ्वीराज कपूर से हुई थी जबकि उनकी विरासत को आगे बढ़ाने का काम राज कपूर ने किया।
राज कपूर ने सालों तक हिंदी सिनेमा में अपना जलवा जारी रखा। एक अभिनेता होने के साथ ही वे एक निर्देशक भी बने। अभिनेता और निर्देशक दोनों के ही रुप में अभिनेता ने बुलंदियों को छूआ। राज कपूर के तीनों बेटों रणधीर कपूर, ऋषि कपूर और राजीव कपूर ने भी फ़िल्मी दुनिया में काम किया।
रणधीर, ऋषि और राजीव तीनों भाईयों में पिता की तरह ऋषि कपूर सफल हुए। या यूं कहा जा सकता है कि ऋषि कपूर अपने पिता से भी ज्यादा सफल हुए। ऋषि कपूर गुजरे दौर के सुपरस्टार थे। तीनों भाईयों में से सबसे ज्यादा सफलता उनके हिस्से में ही आई। इसके बाद रणधीर कपूर चर्चा में रहे और छोटे भाई राजीव कपूर का करियर फ्लॉप ही रहा।
राजीव कपूर एक फिल्म से रातोंरात स्टार बन गए थे। हालांकि उनकी तुलना में फिल्म की हीरोइन को ज्यादा तवज्जो मिली थी। राजीव चाहते थे कि उनके पिता उनके लिए एक फिल्म बनाए हालांकि यह संभव नहीं हो सका था और इस बात से राजीव बेहद आहत हुए थे। पिता और पुत्र के बीच दुश्मनी हो गई थी। अपने पिता से राजीव इस तरह आहत हुए कि उन्होंने पिता राज कपूर के अंतिम संस्कार में भी हिस्सा नहीं लिया था।
राजीव के करियर की शुरुआत हिंदी सिनेमा में फिल्म एक जान हैं हम से हुई थ। यह फिल्म साल 1983 में रिलीज हुई थी लेकिन राजीव को साल 1985 में आई सुपरहिट फिल्म ‘राम तेरी गंगा मैली’ से मिली थी। फिल्म से अभिनेत्री मंदाकिनी ने हिंदी सिनेमा में कदम रखे थे। फिल्म सुपरहिट साबित हुई और मंदाकिनी एवं राजीव चर्चा में आ गए थे।
फिल्म में राजीव की तुलना में मंदाकिनी को ज्यादा लोकप्रियता हासिल हुई। ऐसे में राजीव ने पिता राज से कहा कि वे इसी तरह की एक और फिल्म बनाए और उन पर ज्यादा फोकस किया जाए हालांकि राज कपूर ने ऐसा नहीं किया। इस वजह से राज और राजीव के रिश्ते में खटास पैदा हो गई।
राजीव ने नहीं किया राज कपूर का अंतिम संस्कार
राज कपूर ने इस दुनिया को साल 1988 में अलविदा कह दिया था। 64 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था। पिता के अंतिम संस्कार में राजीव कपूर शामिल नहीं हुए थे। एक छोटी सी बात के कारण राजीव और राज के रिश्ते इस कदर बिगड़ चुके थे कि राजीव पिता के अंतिम दर्शन को भी नहीं पहुंचे।
राजीव कपूर का भी हो गया निधन
इस दुनिया को राज ही नहीं बल्कि राजीव कपूर ने भी अलविदा कह दिया है। राजीव भी इस दुनिया में नहीं है। उनका महज 59 साल की उम्र में 9 फरवरी 2021 को निधन हो गया था। बता दें कि राजीव ने अपने करियर में ‘लवर ब्वॉय’, ‘अंगारे’, ‘जलजला’, ‘शुक्रिया’, ‘हम तो चले परदेस’ जैसी फिल्मों में भी काम किया था।