राम रहीम से खत्म हो रहा उनके समर्थकों का मोह, नाले में फेंकी तस्वीरें – देखें
राजस्थान – राम रहीम को सीबीआई कोर्ट से 20 साल जेल कि सजा मिलने के बाद अब धीरे-धीरे उनके समर्थकों का मोह उनसे खत्म हो रहा है। मामाल राजस्थान के श्रीगंगानगर के वार्ड संख्या 43 का है। जहां बुधवार को नगर परिषद द्वारा नाला सफाई के दौरान नालें से बाबा राम रहीम की तस्वीरें निकलीं। बताया जा रहा है कि यहां उनके समर्थकों कि संख्या काफी ज्यादा थी। Ram Rahim photos thrown in drain.
नाले में फेंकी गईं राम रहीम की तस्वीरें
राम रहीम कि तस्वीरें नाले से निकलता देख पहले तो लोग काफी चौक गए। लेकिन, जल्द ही लोगों को समझ आ गया कि ये तस्वीरें राम रहीम के जेल जाने के बाद नाराज समर्थकों ने ही फेंकी हैं। हालांकि, नाले से निकाली गई कुछ तस्वीरें खराब हो चुकी हैं, लेकिन ज्यादातर अभी भी ठीक हैं। नाला सफाई कर्मियों ने बाबा राम रहीम की तस्वीर मिलने की सूचना तुरंत पुलिस को दी।
आपको बता दें कि यहां काफी संख्या में डेरा समर्थक रहते हैं। इसलिए ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि ये तस्वीरें किसी डेरा समर्थक ने ही फेंकी हैं। गौरतलब है कि बाबा राम रहीम की तस्वीर बाजार में नहीं बल्कि केवल डेरे पर ही मिलती थी। जिस बाबा राम रहीम के अखबार सच कहूं और पत्रिका सच्ची शिक्षा की रद्दी में बेचने के बजाए डेरे में जमा करवाया जाता था, आज उसे ही लोग नालों में फेंक रहे हैं।
राम रहीम को क्यों हुई 20 साल की सजा
राम रहीम का मामला का साल 2002 में सामने आया था। साल 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को पत्र लिखकर एक साध्वी ने बाबा गुरमीत राम रहीम पर यौनशोषण का आरोप लगाया। डेरा प्रमुख बाबा राम रहीम के सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए पीड़ित महिलाओं को काफी संघर्ष करना पड़ा। बलात्कार की शिकार दो महिलाओं ने इंसाफ के लिए लंबा संघर्ष किया जिसकी वजह से ही राम रहीम गुनहगार साबित हुए।
हाईकोर्ट ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी और सीबीआई ने रहीम के खिलाफ धारा 376 और 506 के तहत आरोप तय किये थे। बलात्कार होने के करीब दस साल बाद दो पीड़ित महिलाओं के बयान 2009 और 2010 में दर्ज किए गए। जिसके बाद लागातार सुनवाई हुई। इस बीच बाबा राम रहीम का कद और रुतवा इतना बढ़ गया कि सजा मिलते मिलते उसके समर्थकों कि संख्या करोड़ों में पहुंच गई।