द्रौपदी का चीर हरण करने के कारण दुर्योधन को घर से उठा ले गयी थी पुलिस, वारंट हुआ था जारी
बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता और निर्देशक पुनीत इस्सर 63 साल के हो गए हैं। 6 नवंबर 1959 को पुनीत का जन्म पंजाब के अमृतसर में हुआ था। पुनीत इस्सर ने अपनी पहचान बॉलीवुड के साथ ही छोटे पर्दे पर भी बनाई थी। बता दें कि 80 के दशक में उन्होंने फ़िल्मी दुनिया में अपने कदम रखे थे।
‘कुली’ से हुआ डेब्यू, मुक्के से लगी थी अमिताभ बच्चन को गंभीर चोट
पुनीत के फ़िल्मी करियर की शुरुआत साल 1983 में हुई थी। इस दौरान उनकी पहली फिल्म ‘कुली’ आई थी। बता दें कि यह फिल्म सुपरहिट रही थी। इस फिल्म में उन्होंने खलनायक की भूमिका निभाई थी। फिल्म में अमिताभ बच्चन संग उनका फाइट सीन था। एक सीन के दौरान उनके मुक्के से बिग बी को गंभीर चोट लग गई थी और अमिताभ बच्चन कई दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहे थे।
150 से ज्यादा फिल्मों में किया काम
पुनीत इस्सर को हिंदी सिनेमा में काम करते हुए करीब 40 साल का समय हो गया है। अपने लंबे और सफल अभिनय करियर में पुनीत ने 150 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। वहीं इसके अलावा वे टीवी धारावाहिकों में भी नजर आए है।
पुनीत सबसे अधिक चर्चा में ऐतिहासिक धारावाहिक ‘महाभारत’ से रहे थे। ‘महाभारत’ में उन्होंने दुर्योधन का किरदार निभाया था और उनका यह रोल काफी सुर्ख़ियों में रहा था। इससे उन्होंने गजब की लोकप्रियता हासिल की थी। लेकिन आपको बता दें कि इस रोल के कारण उन्हें जेल की हवा तक खानी पड़ गई थी। आइए आपको बताते है कि आखिर ऐसा क्या हुआ था।
‘महाभारत’ धारावाहिक साल 1988 में आया था और इसे खूब पसंद किया गया था। महाभारत में द्रौपदी के चीर हरण का सीन भी दिखाया गया था। द्रौपदी का रोल अभिनेत्री रूपा गांगुली ने निभाया था। जब दुर्योधन बन पुनीत ने धारावाहिक में द्रौपदी का चीर हरण किया था तो उनके खिलाफ वाराणसी में केस हो गया था। उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हो गया था
एक चैट शो के दौरान अभिनेता ने इस मामले पर बात करते हुए कहा था कि, ”महाभारत की शूटिंग जारी थी और एक दिन मैं अपने घर से कहीं जा रहा था। लेकिन अचानक से पुलिस मेरे सामने आई और बोली आपको हमारे साथ चलना होगा। तब मैंने सोचा भी था कि ऐसा मैंने क्या कर दिया। क्या मैंने सिंग्नल तोड़ दिया है ? इतने में उन्होंने बताया कि आपके खिलाफ किसी ने कोर्ट में मामला दर्ज किया है और आपके नाम का वारंट भी जारी हुआ है।
पुलिस ने बताया कि वाराणसी के एक व्यक्ति ने ऐसा किया है क्योंकि आपने जो द्रौपदी का चीरहरण किया था उससे वह इंसान काफी दुखी हो गया। उस दौरान मैंने कहा था कि पकड़ना है तो वेद व्यास को पकड़ो महाभारत तो उन्होंने लिखी है। इस मामले को उस वक्त किसी तरह बीआर चोपड़ा और रवि चोपड़ा ने सुलझा लिया”।
आगे उन्होंने कहा था कि, ”उस वक्त तो केस रफा-दफा हो गया, लेकिन फिर से 28 साल बाद मेरे खिलाफ केस खुल गया। इसके बाद मुझे एक वकील से बात पूरे मामले पर करनी पड़ी थी और बनारस जाना पड़ा। फिर मुझे पता चला कि उस आदमी ने मेरे साथ सिर्फ फोटो खिंचवाने के लिए केस फिर से खुलवाया था”।