आतंकियों के निशानें पर सेना व सुरक्षा बल, इंटेलिजेंस ने जारी किया पंजाब और कश्मीर में हाईअलर्ट
जालंधर: हाल ही में देश के ख़ुफ़िया विभाग ने पंजाब और जम्मू कश्मीर में हाईअलर्ट जारी किया है। इंटेलिजेंस सूत्रों से यह बात पता चली है कि मौलाना मसूद अज़हर की देख-रेख में चलने वाले जैश-ए-मुहम्मद के फिदायीन आतंकी भारत में घुस चुके हैं। इस बार उनके निशानें पर सेना और सुरक्षा बल के ठिकानें हैं। देश में लगातार बढ़ते आतंकी हमलों को मद्देनजर रखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किये गए हैं।
पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए थे 8 जवान:
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में किये गए आतंकियों के हमले के पहले ही इंटेलिजेंस ब्यूरो ने यह अलर्ट जरी कर दिया था। आपको बता दें कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 8 जवान शहीद हो गए थे। ख़ुफ़िया एजेंसी ने अपने अलर्ट में सुरक्षा अधिकारीयों को बताया था कि पठानकोट के के वायुसेना स्टेशन पर जिस तरह से आतंकियों ने पिछले साल हमला किया था, उसी तरह के हमले की तैयारी में वह फिर से हैं। इस बार वह जम्मू-कश्मीर में हमला बोलने की तैयारी में हैं।
पुलवामा में हुए हमले से पहले ही यह सूचना इंटेलिजेंस ब्यूरो ने भेजी थी। पहली बार 23 अगस्त को सन्देश भेजा गया था और बताया गया था कि भारत में 7 आतंकी घुस चुके हैं। दूसरा सन्देश एक दिन बाद यानी 24 अगस्त को भेजा गया। आईबी ने बताया था कि जैश-ए-मुहम्मद के आतंकी जम्मू सेक्टर में पाकिस्तानी पंजाब क्षेत्र नारोवाल से होते हुए शक्करगढ़ के रास्ते से भारत में प्रवेश कर चुके हैं। ये आतंकी भारतीय क्षेत्र गुरदासपुर सैक्टर से 16-17 अगस्त की रात को घुसे थे। इस समय यह क्षेत्र सेना की निगरानी में है।
जैश-ए-मुहम्मद है किसी बड़े हमले की फ़िराक में:
सुरक्षा अधिकारीयों का कहना है कि जैसे ही ख़ुफ़िया एजेंसी की रिपोर्ट मिली, तुरंत ही पंजाब और जम्मू-कश्मीर में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया। लेकिन ख़ुफ़िया संदेशों में यह बात नहीं बताई गयी थी कि पुलवामा में भी आतंकी हमला होगा। सुरक्षा अधिकारीयों के लिए चिंता का विषय 8 और आतंकी हैं। हालांकि अभी भी सुरक्षा अधिकारीयों और ख़ुफ़िया विभाग को यह पता नहीं चल पाया है कि इनमें से कितने आतंकी जम्मू-कश्मीर में हैं और कितने पंजाब में हैं।
इस जानकारी के अनुसार जम्मू-कश्मीर और पंजाब दोनों ही जगहों पर सेना, सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर के सभी परिसरों को हाईअलर्ट पर रखा गया है। अधिकारीयों का कहना है कि भारत में इतनी बड़ी संख्या में आतंकियों के घुसपैठ को देखकर यही लगता है कि जैश-ए-मुहम्मद कोई बड़े हमले की साजिश कर रहा है। यह भी पता चला है कि एक बर्मी नागरिक ने फिदायीन आतंकियों को सीमा पार करवाने में मदद की है। आतंकियों का एक और समूह जल्द ही भारत में घुसने की कोशिश कर सकता है।