कभी अनुराधा पौडवाल को कहा गया था दूसरी लता मंगेशकर, लेकिन फिर एक फैसले से आ गई अर्श से फर्श पर
हिंदी सिनेमा की बेहतरीन गायिका अनुराधा पौडवाल आज (27 अक्टूबर) 68 साल की हो चुकी हैं. अनुराधा पौडवाल ने अपनी सुरीली आवाज से हर किसी को अपना दीवाना बनाया है. 80 और 90 के दशक में अनुराधा काफी चर्चा में रही हैं. इस दौरान उन्होंने कई बेहतरीन गाने गाये.
अनुराधा पौडवाल ने अपनी आवाज और अपने गीतों का लोगों पर ऐसा जादू चलाया था कि एक समय उन्हें भारत की दूसरी लता मंगेशकर कहा जाने लगा था. 27 अक्टूबर, 1954 को कर्नाटक के पास कारवार में जन्मने अनुराधा में लोग दूसरी लता मंगेशकर देखने लगे थे.
महज 19 साल की उम्र में अनुराधा अपाउडवाल ने हिंदी सिनेमा के लिए गाना शुरू कर दिया था. उन्होंने पहली बार गाना अमिताभ बच्चन और जया बच्चन की फिल्म के लिए गाया था. फिल्म का नाम था ‘अभिमान’. यह फिल्म साल 1973 में रिलीज हुई थी. इसके साथ अनुराधा के सिंगिंग करियर की शुरुआत हुई थी.
अनुराधा को पहचान दिलाई थी निर्देशक सुभाष घई की फिल्म ‘कालीचरन’ के गाने ‘एक बटा दो, दो बटे चार’ गाने ने. यह फिल्म साल 1976 में रिलीज हुई थी. अनुराधा पौडवाल ने अपने बेहतरीन काम से कई अवार्ड्स भी अपने नाम किए हैं. उन्हें तीन फिल्मफेयर अवॉर्ड मिले हैं. उन्हें ये अवॉर्ड फिल्म आशिकी, दिल है कि मानता नहीं और बेटा के लिए दिए गए थे.
लता जी की फैन रही अनुराधा…
अनुराधा पौडवाल की एक ओर जहां लता मंगेशकर जी से तुलना हो रही थी तो वहीं वे खुद तो लता जी की बहुत बड़ी फैन थीं. उन्होंने बताया था कि वे सिंगिग का अभ्यास लता जी को सुनते हुए करती थीं.
15 साल की उम्र में हो गई थी शादी…
अनुराधा की शादी महज 15 साल की छोटे सी उम्र में हो गई थी. साल 1969 में अनुराधा का ब्याह अरुण पौडवाल से हुआ था. शादी के बाद दोनों दो बच्चों कविता पौडवाल और आदित्य पौडवाल के माता-पिता बने. बता दें कि अनुराधा के पति का साल 1991 में निधन हो गया था.
बेटे के निधन से बुरी तरह टूट गई थीं अनुराधा…
अनुराधा को पहले पति की मौत से बड़ा झटका लगा इसके बाद उन्होंने अपने जवान बेटे को खो दिया था. सितंबर 2020 में आदित्य पौडवाल का किडनी की बीमारी के चलते निधन हो गया था. आदित्य की उम्र महज 35 साल थी.
इस फैसले से ढलान पर चला गया था अनुराधा का करियर…
अनुराधा का करियर उनके एक फैसले से ढलान पर चला गया था. उन्होंने करियर के शिखर पर ऐलान किया था कि वे सिर्फ गुलशन कुमार की कंपनी टी-सीरीज के लिए ही जाएगी. इसके बाद उनका रूतबा कम होते गया और अलका याग्निक, कविता कृष्णमूर्ति जैसी गायिकायों ने सफलता और लोकप्रियता के झंडे गाड़ दिए.