इसके खिलाफ पाकिस्तान के मुंह पर पड़ा अमेरिकी तमाचा, अब होगा कंगाल !
दरअसल अमेरिका पाक को ये भारी भरकम आर्थिक मदद सिर्फ इसलिए देता है कि वो हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे और पूरे के पूरे नेटवर्क को ध्वस्त कर दे। अफगानिस्तान में अमेरिकी ऑपरेशन्स के सहयोग में भी जो पाकिस्तानी सेना की ओर से खर्च किया जाता है इसी पैसे से उसकी भी अदायगी होती है। अमेरिका पाकिस्तान को ये मदद गठबंधन सहयोग कोष के तहत देता है। पेंटागन 2002 से लेकर अब तक इस कोष के जरिए पाकिस्तान को 14 अरब डॉलर दे चुका है।
सूत्र बताते हैं कि हक्कानी नेटवर्क अभी भी पाकिस्तान से ही अपने संगठन को ऑपरेट कर रहा है। हालांकि इस संगठन का नेटवर्क अफगानिस्तान तक फैला हुआ है। हक्कानी नेटवर्क को पाक आतंकी संगठनों के अलावा अफगानिस्तान और तालिबान के आतंकी संगठनों का भी पूरा सहयोग मिलता है। पाकिस्तान के लिए हक्कानी नेटवर्क सोने का अंडा देने वाली मुर्गी से कम नहीं है। इसलिए पाकिस्तान खुद भी नहीं चाहता है कि इस संगठन का पूरी तरह खात्मा होगा। लेकिन, अब अमेरिकी मदद रुकने से जाहिर है पाकिस्तान को बड़ा आर्थिक नुकसान होगा।