SDM बना ड्राइवर का बेटा, UP PCS में लाया 40वीं रैंक, पिता हुए भावुक, बोले-काश पत्नी जिंदा होती
कहते हैं लाइफ में सफलता हासिल करना आपके ही हाथों में होता है। आप अपनी स्थिति को लेकर बहाने नहीं बना सकते हैं। इस दुनिया में कई ऐसे लोग रहे हैं जिन्होंने काम संसाधनों में भी सफलता का स्वाद चखा है। आज हम आपको एक ऐसे ही होनहार लड़के से मिलाने जा रहे हैं। यह लड़का एक ड्राइवर का बेटा है। लेकिन इसने अपनी मेहनत और लगन से ऐसा मुकाम हासिल किया जिससे उसके पिता का सिर गर्व से ऊंचा हो गया। अब हर जगह इसी लड़के के चर्चे हो रहे हैं।
ड्राइवर के बेटे ने किया पिता का नाम रोशन
दरअसल हाल ही में UP PCS 2021 का रिजल्ट आया है। ऐसे में को होनहार लोगों के किस्से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इनमें यूपी के बहराइच जिले का रहने वाला कल्याण सिंह मौर्या भी शामिल है। उसकी UP PCS में 40वीं रैंक आई है। वह अब डीम बन गया है। कल्याण के पिता जवाहर लाल मौर्या एक ड्राइवर हैं। वे वर्तमान में डीएम की गाड़ी चलाते हैं। वह बीते 35 सालों से ये काम कर रहे हैं।
कल्याण के पिता गाड़ी चलाते हुए जिलाधिकारियों से जुड़े रहे। ऐसे में उन्हें देखकर इस ड्राइवर के मन में भी इच्छा जाग्रत हुई कि मेरा बेटा भी एक दिन कोई बड़ा अधिकारी बने। बस फिर क्या था उन्होंने अपने बेटे को उनके जैसा बनने को प्रेरित किया। बेटे ने भी पापा की बात मानी और उनका सपना पूरा करने के लिए दिन रात कड़ी मेहनत करने लगा। और आखिर वह भी वैसा एसडीएम बन गया जिसकी गाड़ी उसके पिता चलाते हैं।
मेहनत और लगन से हासिल की सफलता
कल्याण भी अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता को देते हैं। हालांकि उन्हें दुख इस बात का है कि उनकी इस सफलता को देखने के लिए उनकी मां अब इस दुनिया में नहीं है। कल्याण के पिता इस खुशी के पल पर दिवंगत पत्नी को याद कर भावुक हो गए। उन्होंने कहा काश वह भी यहां होती।
बेटे की इस उपलब्धि को देख पाती। कल्याण की पढ़ाई की बात करें तो उन्होंने बहराइच के नानपारा में की. इंटरमीडिएट की पढ़ाई बहराइच के ‘सेवेंथ डे एडवेंटिस्ट कॉलेज’ से पढ़ाई की है। फिर उन्होंने आईआईटी दिल्ली से केमिस्ट्री से एमएससी की डिग्री हासिल की।
कल्याण यूपीएससी 2021 में IAS का इंटरव्यू भी दे चुके हैं, लेकिन सिर्फ 5 नंबर कम आने की वजह से उनका सिलेक्शन नहीं हो सका। कल्याण के परिवार में उनके पिता के अलावा तीन भाई बहन हैं। उनका बड़ा भाई संजय एनआईटी प्रयागराज से बीटेक कर कर चुका है। वह एसेंचर कंपनी में चीफ इंजीनियर है। वहीं उनकी दो बहनें श्रेया और प्रिया का पोस्ट ग्रेजुएशन कंप्लीट हो चुका है। दोनों अपने भाई की राह पर चलते हुए यूपीएससी की तैयारी में लगी हुई हैं।