अपने ही अंतिम संस्कार में जिंदा लौटा युवक, पुलिस ने की पूछताछ तो हुआ चौंकाने वाला खुलासा
घर में मातम पसरा हुआ था। जवान बेटे की अचानक मौत से हर कोई दुखी था। अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी। हर किसी का रो-रोकर बुरा हाल था। लेकिन फिर वह हुआ जिसकी उम्मीद किसी को नहीं थी। परिवार जिस बेटे का मातम मना रहा था वह जिंदा अपने पैरों पर चलकर घर आ गया। बेटे को जिंदा देखकर परिवार वाले हक्के-बक्के रह गए। तो चलिए इस अजब गजब मामले को विस्तार से जानते हैं।
अपने ही अंतिम संस्कार में जिंदा लौटा युवक
दरअसल ये अजीबोगरीब मामला यूपी के हरदोई जिले का है। यहां कोतवाली देहात की कांशीराम कालोनी में संदीप (24) नाम का युवक 10 अक्टूबर को अचानक गायब हो गया। संदीप की मां विद्यावती और भाई संतोष उसे खोजने लगे। उन्होंने पुलिस में उसके लापता होने की शिकायत भी दर्ज करवाई। फिर 12 अक्टूबर को परिजनों को सूचना मिली कि आंझी-शाहाबाद रेलवे स्टेशन के पास एक युवक की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई।
संदीप का भाई शव की शिनाख्त करने गया। उसने कपड़ों और हाथों की उंगलियों की बनावट से शव की पहचान अपने भाई संदीप के रूप में की। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को दे दिया। सभी घर आकर अंतिम संस्कार की तैयारी करने लगे। हालांकि इस बीच संदीप घर लौट आया। उसे जिंदा देख हर कोई हैरान रह गया।
इस कारण हुई सारी गड़बड़
हर किसी ने संदीप को घेर लिया। पूछने लगा कि वह कहां था, क्या कर रहा था। इस बीच पुलिस भी सूचना मिलते ही मौके पर आ गई। अब यह साफ था कि परिजन जिस शख्स का अंतिम संस्कार करने वाले थे वह संदीप नहीं बल्कि कोई और था। ऐसे में पुलिस ने उस शव को अपने कब्जे में लिया और चलती बनी।
पूछताछ में लापता संदीप ने बताया कि वह बघौली गया हुआ था। परिजनों ने पुलिस को बताया कि संदीप की मानसिक स्थिति ठीक नहीं रहती है। इसलिए वह कहीं भी बिना बोले चला जाता है। संदीप के जिंदा वापस लौटने से घरवाले बहुत खुश हैं। जिस घर में अभी तक मातम पसरा हुआ था वहां बेटे के जिंदा लौटने से खुशियां छा गई।
वैसे इसके पहले भी कुछ ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जहां परिजन अपने रिश्तेदार को मृत मान चुके थे, लेकिन वह जिंदा लौट आया। अब इस पूरे मामले पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है हमे कमेंट कर जरूर बताएं।