हेराफेरी 3 मुश्किल में, कॉमेडी का सुपरडोज़ देने वाला एक्टर, डॉयरेक्टर जा चुका है कोमा में..
फिल्मी दुनिया अपनी चकाचौंध से लोगो को आकर्षित करती है.. आम लोग फिल्मकारों को उनकी फिल्में औऱ ग्लैमर लाईफ की वजह से जानते हैं पर इस चकांचौध के पीछे छुपी फिल्मकारों के जीवन की असलीयत से लोग अक्सर रूबरूँ नही हो पाते हैं । कई ऐसे नामी फिल्मी कलाकार हैं जो गुमनामी और बेबसी की जिन्दगी गुजारते हैं पर उनके बारे में लोग कम ही जान पाते हैं और ऐसा ही एक फिल्मकार पिछले 10 महीने से कोमा की हालात में है जिसकी खबर सुनकर लोगों को शायद हैरानी हो ..इसने ना सिर्फ अपने अभिनय का जौहर दिखाया है बल्कि अपने कुशल निर्देशन से भरपूर मनोरंजक फिल्में भी दी हैं।
ये हैं कॉमेडी एक्टर नीरज वोरा जिन्होनें मन ,विरासत, रंगीला में जैसी फिल्मों में अपने अभिनय से लोगों को खूब हंसाया, और हेराफेरी जैसी सुपर कॉमेडी फिल्म का निर्देशन किया है पर आज हालात ने उसे इस कदर बेबस कर दिया है कि वो अब सिर्फ एक जिंदा लाश बन कर रह गए हैं।
पिछले 10 महीने से कोमा में हैं
नीरज वोरा 19 अक्टूबर, 2016 को ब्रेन स्ट्रोक के शिकार हुए थे. इसके बाद उन्हें दिल्ली स्थित एम्स में एडमिट कराया गया था. उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. बाद में हालत में कुछ सुधार के बाद उनके दोस्त फिरोज नाडियाडवाला मार्च, 2017 में उन्हें मुंबई वापस लाए. उसी समय से नीरज अपने दोस्त के यहां रह रहे हैं।
दोस्त उठा रहा है इलाज का खर्चा
बताया जा रहा है कि उनके दोस्त फिरोज नाडियाडवाला उनकी सारी जिम्मेदारी उठा रहे हैं. फिरोज ने जुहू स्थित अपने घर ‘बरकत विला’ के एक कमरे को आईसीयू में बदल दिया है। फिरोज के अनुसार, मार्च 2017 से ही 24 घंटे एक नर्स, वॉर्ड ब्वॉय और कुक नीरज के साथ रहता है। इसके अलावा फिजियोथेरेपिस्ट, न्यूरो सर्जन, एक्यूपंक्चर थेरेपिस्ट और जनरल फिजिशियन हर हफ्ते विजिट पर आते हैं.. नीरज का पूरा ख्याल रखा जा रहा है।
नीरज ने फिर हेराफेरी, खिलाड़ी 420 जैसी फिल्म निर्देशित की है. वे थिएटर में भी सक्रिय हैं. वे गुजराती प्ले आफ्टरनून कर चुके हैं. इसके अलावा नीरज वोरा राइटर भी हैं. उन्होंने रंगीला, अकेले हम अकेले तुम, ताल, जोश, बदमाश, चोरी चोरी चुपके चुपके, अवारा पागल दीवाना जैसी फिल्मों के संवाद लिखे हैं। नीरज हेराफेरी 3 पर काम कर रहे थे, लेकिन बीमारी के चलते इसमें रुकावट आ गई। बताया जा रहा है कि नीरज पैसों की तंगी से भी जूझ रहे हैं।