जब 15 साल की रेखा को 17 साल बड़े एक्टर ने पकड़ लिया, जबरदस्ती करता रहा Kiss, रो पड़ी थी एक्ट्रेस
हिंदी सिनेमा की दिग्गज और सदाबहार अदाकारा रेखा आज (10 अक्टूबर) 68 साल की हो चुकी हैं. रेखा का जन्म 10 अक्टूबर 1954 को तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में हुआ था. रेखा के पिता जेमिनी गणेशन दक्षिण भारतीय सिनेमा के बड़े अभिनेता थे. वहीं उनकी मां पुष्पावली भी अभिनेत्री थीं.
रेखा के माता-पिता के अभिनेता और अभिनेत्री होने बावजूद रेखा फ़िल्मी दुनिया में काम नहीं करना चाहती थी. वे तो एयर होस्टेस बनने के सपने देखती थी लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. रेखा आर्थिक तंगी के कारण पढ़ाई पूरी नहीं कर सकी. उनके पिता ने उनकी मां का साथ छोड़ दिया था.
रेखा के कंधों पर छोटी उम्र में ही घर की जिम्मेदारियां आ गई थी. बहुत छोटी उम्र में रेखा ने मां के कहने पर फ़िल्मी दुनिया में काम करना शुरू कर दिया था. लेकिन शुरुआत में ही रेखा के साथ एक रूह कंपा देने वाली घटना हुई थी. महज 15 साल की रेखा को 32 साल के एक एक्टर ने जबरदस्ती पांच मिनट तक किस किया था. इस घटना से रेखा डर गई थी और खूब रोई थी. आइए पूरे वाकये के बारे में विस्तार से जानते है.
बात है साल 1969 की. रेखा की पहली हिंदी फिल्म ‘अनजाना सफ़र’ के सेट की. फिल्म में रेखा के अपोजिट अहम रोल में काम किया था अभिनेता बिश्वजीत चटर्जी ने. फिल्म की शूटिंग मुंबई में महबूब स्टूडियो में की जा रही थी. तब ही 32 साल के अभिनेता ने शूटिंग के दौरान 15 साल की रेखा के साथ सारी हदें पार कर दी.
‘अनजाना सफ़र’ का निर्देशन किया था राजा नवाथे ने. जबकि फिल्म के निर्माता कुलजीत पाल थे. कहा जाता है कि तीनों ने मिलकर एक प्लान बनाया था. उस दिन रेखा और बिश्वजीत चटर्जी के बीच एक रोमांटिक सीन शूट किया गया. सीन शूट होना शुरु हुआ. निर्देशक के एक्शन बोलने के बाद रेखा और बिश्वजीत ने सीन शुरू किया.
रेखा इस बात से पूरी तरह अनजान थी कि उनके साथ क्या होने वाला है. उन्हें निर्देशक ने नहीं बताया था कि उनके साथ किसिंग सीन शूट होना है. एक्शन बोलने के बाद रेखा को अभिनेता ने अपनी बाहों में जकड़ लिया और अभिनेत्री के होंठों पर अपने होंठ रख दिए. रेखा हैरान रह गई. डर गई, सहम गई.
कैमरा चलता रहा. डायरेक्टर ने कट नहीं बोला और करीब पांच मिनट तक बिश्वजीत रेखा को चूमते रहे. रेखा ने अपनी आंखें बंद कर ली थी लेकिन बाद में वे रो पड़ी थी. यह सीन उनके लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं था. बाद में बिश्वजीत ने कहा कि उन्होंने निर्देशक के कहने पर ऐसा किया था.
अभिनेता ने रखा से कहा कि, ”यह मेरा एन्जॉयमेंट नहीं था, बल्कि फिल्म के लिए जरूरी था”. रेखा ने कुछ नहीं कहा लेकिन वे खूब रोई थीं. इस फिल्म को दस साल बाद साल 1979 में ‘दो शिकारी’ नाम देकर रिलीज किया था.