नेगेटिव किरदार से बदल गई गोविंद नामदेव की जिंदगी, बोले-रेप-हत्या के सीन बाद परिवार करीब आया..
हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता गोविंद नामदेव चुनिंदा कलाकारों में से एक है। उन्होंने बॉलीवुड की कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया है और ज्यादातर फिल्मों में विलेन के किरदार में ही नजर आए हैं। खास बात यह है कि गोविंद नामदेव ने हर एक किरदार के साथ बखूबी न्याय किया। वह सुनहरे पर्दे पर किरदार को जीवंत बना देते हैं।
लेकिन इन्हीं किरदारों की वजह से कभी-कभी असल जिंदगी पर इसका गहरा असर देखने को मिलता है। हाल ही में गोविंद नामदेव ने बताया कि फिल्म में उन्होंने जितने भी रेप और हत्या के सीन किए उन सब सीन की वजह से वह अपनी फैमिली के करीब जाते गए। एक्टर ने इसकी एक खास वजह भी बताई है।
ज्यादातर फिल्मों में निभाए रेपिस्ट के किरदार
बता दे गोविंद नामदेव ने यूं तो अपने करियर में कई फिल्मों में काम किया और एक से बढ़कर एक किरदार निभाया। लेकिन साल 1994 में रिलीज़ हुई फ़िल्म ‘बैंडिट क्वीन’ में उन्होंने ऐसा नेगेटिव किरदार निभाया जो फूलन देवी का बलात्कार करता है। इतना ही नहीं बल्कि वह इस फिल्म न सिर्फ बलात्कार करते हैं और उसके बाद फूलन देवी को बिना कपड़ों के पूरे गांव में घुमाते हैं।
इसके अलावा भी उन्होंने कई खतरनाक विलेन के किरदार निभाए। इन्हीं किरदारों को लेकर गोविंद नामदेव ने हाल ही में हुए इंटरव्यू के दौरान बताया कि, “मैंने पर्दे पर जितने दुष्कर्म किए, हत्या की, बदसलूकी की, उतना ही मैं अपने परिवार के करीब होता गया। फिल्मों और निगेटिव किरदारों ने मुझे पॉजिटिव तरीके से बदल दिया है।
फिल्मों में आने से पहले मैं बहुत अलग इंसान था। मैं वह व्यक्ति नहीं था जो मैं आज हूं। मैं बहुत ही गुस्से वाला और आक्रामक युवा लड़का था। हालांकि, जैसा कि मैंने स्क्रीन पर ज्यादा से ज्यादा निगेटिव रोल किए, मैंने अपने व्यक्तित्व में बदलाव देखा।”
इसके अलावा एक्टर ने कहा कि, “जब भी मैंने किसी की हत्या, या किसी के साथ दुष्कर्म जैसे बहुत गहन निगेटिव सीन शूट किए, तो मैं अपनी पत्नी और बच्चों को पहले से भी ज्यादा प्यार करता था। क्योंकि किसी के इतने क्रूर होने की सोच मुझे लगातार उकसाती थी। मैं खुद से सवाल करता था कि कोई इतना बुरा कैसे हो सकता है कि दुष्कर्म या अपराध कर सकता है।”
शोला और शबनम से किया ने डेब्यू
बता दें, गोविंद नामदेव ने अपने करियर में ‘प्रेम ग्रंथ’, ‘सत्या’, ‘सरफरोश’, ‘प्यासा’, ‘बॉस’, ‘शादी में जरूर आना’, ‘रमैया वस्तावैया’, ‘सिंघम’ जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत डेविड धवन की फिल्म ‘शोला और शबनम’ से की। इस फिल्म में एक पुलिस इंस्पेक्टर के किरदार में नजर आए थे।