आदिपुरुष: जमकर भड़के ‘शक्तिमान’, बोले- रावण है या खिलजी, अंजाम अच्छा नहीं होगा, मजाक बना दिया
प्रभास, कृति सेनन और सैफ अली खान की आगामी फिल्म ‘आदिपुरुष’ पर बवाल मचा हुआ है. फिल्म का टीजर आने के बाद किरदारों के लुक्स पर खूब बहस हो रही है. इस मुद्दे पर अब अभिनेता मुकेश खन्ना ने भी अपनी बात रखी है.
बॉलीवुड के जाने माने अभिनेता, टीवी शो ‘शक्तिमान’ में ‘शक्तिमान’ की भूमिका निभा चुके और ऐतिहासिक धारावाहिक ‘महाभारत’ में भीष्म पितामह बन चुके मुकेश खन्ना ने इस मुद्दे पर जमकर अपनी भड़ास निकाली है. उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल से एक वीडियो अपलोड किया है जिसमें वे काफी आहत नजर आ रहे हैं. 13 मिनट के इस वीडियो में उन्होंने काफी कुछ कहा है.
मुकेश ने कहा कि हमारे जमाने में ऐसा नहीं होता था जबकि आज के समय में किसी फिल्म की रिलीज से पहले उसका टीजर रिलीज करना आवश्यक हो गया है. जिसके माध्यम से लुक्स, कहानी आदि की झलक दिखाई जाती है. उस पर लोग प्रतिक्रिया देते है. हाल ही में फिल्म ‘आदिपुरुष’ का टीजर आया है.
मुकेश ने आगे फिल्म में रावण और हनुमाना जी के किरदारों के लुक्स पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि, सभी चैनलों पर एक ही बात चल रही है कि ये मोहम्मद खिलजी लगता है, रावण नहीं. सही बात है ये हमारा रावण नहीं लगता है. मुगल कैरेक्टर को मुगल लुक दे दिया गया है. कहां राम, कहां रामायण और कहां ये मुगल लुक. मजाक कर रहे हैं क्या आप? नहीं चलेगी ये फिल्म. अगर आपको लगता है सिर्फ स्पेशल इफेक्ट्स से फिल्म हिट हो जाएगी. 1000 करोड़ खर्च कर के रामायण नहीं बन सकती.
रामायण उसके मूल्यों, आस्था, लुक और डायलॉग पर बनती है. अगर आप सच में रामायण नहीं आदिपुरुष बनाते, जहां एक आदमी है, चमगादड़ उड़ रहे हैं, वीएफएक्स का इस्तेमाल है, तो बात अलग थी. लेकिन आप दस सिर दिखा देंगे, उसको अलाउद्दीन खिलजी का लुक दे देंगे, तो लोग हंसेंगे ही ना आप पर. ये अच्छे संकेत नहीं है. इसका अंजाम अच्छा नहीं होगा. मैं इन पैसे वालों से कह दे रहा हूं कि अपने पैसों का इस्तेमाल हमारे धर्म के कैरेक्टर्स का बदलाव करने पर खर्च मत करो. खिलवाड़ करना है तो अपने धर्म से करो.
सैफ को घेरते हुए उन्होंने कहा कि, सैफ अली खान ने घमंड से कहा था मैं रावण का रोल प्ले करने जा रहा हूं. मैं उसे एक ह्यूमरस लुक दूंगा. ठीक है हर एक एक्टर का अपना एक अलग रुख होता है कि वो कैसे उसे किस तरीके से ऑडियन्स के सामने पेश करेगा. लेकिन जब आप बात रामायण की करते हैं तो जाहिर है आप उसका फायदा उठाना चाहते हैं. आप लोगों की आस्था का फायदा उठाना चाहते हैं.
हम रामायण लेकर आ रहे हैं तो लोग बोलेंगे कि आइए आपका स्वागत है. लेकिन ये कहना कि मैं रावण के कैरेक्टर को चेंज करना चाहता हूं, तो सही मायने में जो हिंदू होगा उसके कान खड़े हो जाएंगे. जैसे मेरा भी हुआ. मुझे भी लगा आप कौन होते हैं रामायण के कैरेक्टर को चेंज करने वाले ? आप अपने धर्म के कैरेक्टर्स को चेंज कर के दिखा सकते हैं. सैफ अली खान की बात सही साबित हो रही है. उन्होंने जो कहा था कर दिखाया.
हनुमान जी के किरदार को लेकर मुकेश ने कहा कि, हनुमान जी की एक इमेज लोगों के मन में बसी है. उनकी चालीसा लोगों को याद है. उन्हें लोग पहाड़ के साथ, गदा के साथ, बैठे हों..उनकी हर एक अदा लोगों को याद है. उन हनुमान को आप ऐसा बना देंगे जो इस फिल्म में दिखाया गया है. अब आप कहेंगे ये टीजर है साहब.
तो टीजर आप इसलिए डालते हो ना कि हम पिक्चर की फील ले सकें कि कैसी होगी. अगर इसे आप आदिपुरुष कहते हो तो ठीक है. क्योंकि आदिपरुष तो कोई भी पुराना व्यक्ति हो सकता है. लेकिन अगर आप इसे रामायण का नाम देते हैं, रावण का लुक देते हैं, तो आप रामायण से ही खेल रहे हैं.