गुजरात में 2022 के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने गुजरात में भी अपनी ‘आम आदमी पार्टी’ के राज करने के सपने देखना शुरू कर दिए हैं। उन्होंने बीते दिनों गुजरात का दौरा भी किया। यहां मिशन गुजरात का सपना जनता को दिखाया और ढेर सारे वादे भी किए। इसके अलावा वे अहमदाबाद में विक्रम दंतानी नाम के रिक्शा चालक के घर डिनर करते भी नजर आए। लेकिन अब इस रिक्शा चालक ने ‘आप’ के सियासी ड्रामे की पोल खोल दी।
मोदी भक्त निकला केजरीवाल को डिनर कराने वाला ऑटो चालक
दरअसल अरविंद केजरीवाल ने जिस रिक्शा चालक के घर डिनर किया था वह पीएम मोदी और भाजपा का कट्टर प्रशंसक निकला। उसका कहना है कि “मैं सालों से भाजपा को वोट देता आ रहा हूं। मोदीजी का भक्त हूं। वह तो मैंने आटो चालक यूनियन के कहने पर केजरीवाल को खाने पर आने का न्यौता दिया था। मैं ना तो आप पार्टी से कभी जुड़ा था और ना ही केजरिवाल के डिनर के बाद उनके संपर्क में हूं।”
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 12 सितंबर को आटो चालक विक्रम दंतानी के आटो में सवार होकर उसके घर खाना खाने गए थे। एक सभा के दौरान आटो चालक ने उन्हें अपने घर खाने का न्योता दिया था। लेकिन अब आटो चालक का कहना है कि वह न्योता उसने आटो चालक यूनियन के कहने पर दिया था। वह तो भाजपा समर्थक है।
भाजपा की टोपी लगाकर किया मोदी का समर्थन
रिक्शा चालक विक्रम दंतानी के मोदी भक्त होने का खुलासा तब हुआ जब वह शुक्रवार, 30 सितंबर को भाजपा की टोपी पहने अहमदाबाद के थलतेज में आयोजित प्रधानमंत्री मोदी की सभा में दिखाई दिया। मेट्रो ट्रेन के उद्घाटन के अवसर पर अरविंद केजरीवाल को डिनर करवाने वाले शख्स को भाजपा के रंग में रंगा हुआ देख हर कोई हैरान रह गया। फिर जब मीडिया ने उनसे सवाल किए तो उन्होंने पूरी कहानी सुनाई।
ऑटो चालक विक्रम दंतानी ने बताया कि यूनियन उसे ऐसा करने को ना कहती तो केजरीवाल को न्यौता देने की बात तो उनके दिमाग में आती भी नहीं। वह तो शुरुआत से ही मोदी का बड़ा फैन रहा है। उसने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि केजरीवाल को खाने का न्यौता देना उन्हें इतना महंगा पड़ जाएगा। इस पर इतना बवाल खड़ा हो जाएगा। विक्रम के अनुसार केजरीवाल ने उनके घर खाना खाने के बाद ये तक कहा कि दिल्ली आओ तो मेरे घर आना।
भाजपा ने की केजरीवाल की आलोचना
इधर भाजपा को जब पता चला कि ऑटो चालक उनकी पार्टी का समर्थक है तो उन्होंने भी केजरीवाल को टारगेट किया। वे केजरीवाल के सियासी ड्रामे को उछालने लगे। कहा कि केजरीवाल ने ये सारा नाटक सिर्फ सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए किया। उनकी पहले से ऐसी प्लानिंग थी। जबकि गुजरात में सभी मोदी फैन हैं।
बताते चलें कि जब केजरीवाल विक्रम के आटो में सवार होकर डिनर करने गए थे तो पुलिस अधिकारियों से भी उलझ गए थे। उन्हें रास्ते में प्रोटोकाल व सुरक्षा का हवाला देते हुए अहमदाबाद पुलिस ने रोका था। ऐसे में केजरीवाल पुलिस अधिकारियों से भिड़ गए थे। और आखिर वे ऑटो चालक के घर जाकर ही माने।