PFI पर बैन से बौखला गए लालू प्रसाद यादव, कहा- PFI से ज्यादा RSS खतरनाक, इसे भी बैन करो
केंद्र सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया यानी कि PFI को पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया। PFI के साथ ही उससे जुड़े अन्य आठ संगठनों पर भी कार्रवाई की गई और उन्हें भी बैन का सामना करना पड़ा है। इस मुद्दे को लेकर देश में खूब राजनीति भी हो रही है। केंद्र के इस फैसले से विपक्षी दलों को खुशी नहीं हुई। जबकि PFI और अन्य संगठन आतंकवाद का समर्थन करते है। देश को तोड़ने और उसे मुस्लिम देश बनाने के सपने देख रहे थे।
केंद्र सरकार ने ऐसे संगठनों पर कार्रवाई की है जो देश की अखंडता और संप्रभुता के लिए ख़तरा बन रहे थे लेकिन गृह मंत्रालय के इस कदम से विपक्षी दलों को खुशी नहीं है। विपक्ष तो इस मुद्दे पर राजनीति में लगा हुआ है। इस मामले पर अब बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद नेता लालू प्रसाद यादव ने बड़ा बयान दिया है। लालू ने RSS यानी कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को PFI से भी ज्यादा खतरनाक बताया है।
एक ओर जहां सरकार के सराहनीय कदम की लोग और नेता खूब तारीफ़ कर रहे है तो वहीं कई लोग और नेता ऐसे भी है जो इसके विरोध में है। अब लालू प्रसाद यादव ने कहा है कि RSS को भी प्रतिबंधित कर देना चाहिए। PFI की तरह जितने भी नफरत और द्वेष फैलाने वाले संगठन हैं सभी पर प्रतिबंध लगाना चाहिए जिसमें RSS भी शामिल है। सबसे पहले RSS को बैन करिए, ये उससे भी बदतर संगठन है।
कांग्रेस सांसद ने भी उठाई RSS पर बैन की मांग
वहीं दूसरी ओर इस मुद्दे पर कांग्रेस ने भी केंद्र सरकार और RSS पर निशाना साधा है। केरल से कांग्रेस सासंद के सुरेश का कहना है कि, हम भी RSS पर बैन की मांग करते हैं। पीएफआई पर प्रतिबंध लगाना कोई उपाय नहीं है। आरएसएस भी हर जगह सांप्रदायिकता फैला रहा है।
सपा ने भी बोला हमला
वहीं समाजवदी पार्टी (सपा) ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय रखी। इस पर सम्भल से सपा सांसद शफीक उर रहमान बर्क ने कहा कि मेरी राय में ये कदम ठीक नहीं है। रहमान ने तो PFI को राजनीतिक दल तक बता दिया और कहा कि,देश के अंदर जम्हूरियत है, लोकतंत्र है, ऐसी पॉलिटिकल पार्टियां बहुत सी हैं।
आपको जानकारी के लिए बता दें कि NIA और ED की संयुक्त कार्रवाई देशभर में दो राउंड में चली। इस दौरान राज्यों की पुलिस की मदद भी ली गई। देशभर में PFI दफ्तर पर छापेमारी कर 350 से ज्यादा नेताओं, सदस्यों को अरेस्ट किया गया। बुधवार को PFI सहित रिहैब इंडिया फाउंडेशन (RIF), कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI), ऑल इंडिया इमाम काउंसिल (AIIC), नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन (NCHRO), नेशनल विमेन्स फ्रंट, जूनियर फ्रंट, एम्पावर इंडिया फाउंडेशन और रिहैब फाउंडेशन को पांच साल के लिए बैन कर दिया गया।