बड़ा खुलासा : कोर्ट से फुर्र होने वाला था राम रहीम, लेकिन इस वजह से फेल हो गया प्लान
नई दिल्ली – राम रहीम के खिलाफ सीबीआई कोर्ट में आरोप सिद्ध हो चुके हैं और अब उसे सोमवार को सजा सुनाई जाएगी। लेकिन अभी एक चौकानी वाली बात सामने आई है। खबर के मुताबिक, 800 गाड़ियों के काफिले के साथ कोर्ट पहुंचे राम रहीम का प्लान आरोप सिद्ध होते ही वहां से भागने का था। रिपोर्ट के मुताबिक राम रहीम को समर्थन करने वाले हरियाणा पुलिस में भी मौजूद थे।
राम रहीम को कोर्ट से भगाने का था प्लान
इस बात का खुलासा हुआ है कि गुरमीत राम रहीम के दोषी साबित होने के तुरंत बाद हरियाणा पुलिस में मौजूद अपने समर्थकों कि मदद से भागने वाला था। कोर्ट ने जैसे ही राम रहीम को दोषी करार दिया, हरियाण पुलिस में मौजूद उसके 7 समर्थकों ने उसको वहां से भगाने की कोशिश की थी। जिसके बाद बाकी पुलिसवालों और सिक्योरिटी गार्ड ने उन्हें काबू में कर लिया और प्लान फेल हो गया।
जिसके बाद उनमें से ही किसी ने राम रहीम के भागाने के प्लान के फेल होने कि सूचना किसी को फोन करके दी। जिसके कुछ ही देर बाद हिंसा फिर शुरू हुई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस फोन कॉल की वजह से ही हिंसा और ज्यादा भड़क गई। बाबा को कोर्ट से भगाने की कोशिश में कुल 7 लोगों के गिरफ्तार किया गया है। जिनमें 5 हरियाणा पुलिस के थे।
फोन कर दिया था दंगे का आदेश
हरियाण पुलिस में मौजूद राम रहीम के 7 समर्थकों ने पहले तो उसको वहां से भगाने की कोशिश की लेकिन प्लान फेल होते ही उन्होंने फोन कर डेरा समर्थकों को पंचकुला में एकत्रित होने के लिए कहा। खबर ये भी आ रही है कि समर्थकों को यह भी बताया जा रहा था कि कहां पर क्या करना है। फोन पर ही उन लोगों को कोर्ट परिसर की तरफ जहां फोर्स ज्यादा थी वहां न आने कि हिदायद दे गई थी।
पकड़े गए पुलिसवालों की पहचान हेड कॉन्सटेबल अजय, कॉन्सटेबल राम सिंह, हेड कॉन्सटेबल विजय सिंह, सब इंस्पेक्टर बलवान सिंह और कॉन्सटेबल किशन कुमार के रूप में हुई है। गौरतलब है कि साध्वी से रेप के मामले में सीबीआई कोर्ट द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद राम रहीम को रोहतक की सुनारिया जेल में रखा गया। इस फैसले के बाद पहले से मौजूद डेरा समर्थकों ने कई इलाकों में तोड़फोड़ कि और पुलिस कि फायरिंग में 32 लोगों की मौत हो गई। सजा