मोदी सरकार का बड़ा खेल: PFI सहित 8 संगठन पर 5 साल का बैन, भारत को मुस्लिम देश बनाने की थी तैयारी
देश के गद्दार PFI सहित 8 संगठनों पर 5 साल का बैन, आतंकवाद के समर्थक सभी, खतरनाक थे इरादे
नई दिल्ली : बुधवार सुबह केंद्र सरकार ने पॉपुलर फ्रंट इंडिया (PFI) पर शिकंजा कसते हुए बड़ा फैसला लिया। ताबड़तोड़ छापेमारी और एक के बाद एक गिरफ्तारियों के बाद मोदी सरकार ने PFI को पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया। PFI के साथ ही अन्य आठ संगठनों पर भी फैसला लिया गया है। गृह मंत्रालय द्वारा सभी संगठनों को बैन करने के दिशा निर्देश दिए गए। यह कार्रवाई UAPA के तहत की जा रही है।
PFI सहित इन संगठनों पर गिरी गाज
PFI एक इस्लामिक संगठन है। इस संगठन के अलावा केंद्र सरकार ने रिहैब इंडिया फाउंडेशन (RIF), कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI), ऑल इंडिया इमाम काउंसिल (AIIC), नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन (NCHRO), नेशनल विमेन्स फ्रंट, जूनियर फ्रंट, एम्पावर इंडिया फाउंडेशन और रिहैब फाउंडेशन को भी बैन कर दिया है।
देश के 16 राज्यों में फैला PFI, साल 2006 में बना
गौरतलब है कि 16 सालों के भीतर ही PFI ने देश के 23 राज्यों में अपना विस्तार कर लिया है। साल 2006 में यह संगठन बना था। तब से लेकर अब तक इसका विस्तार 16 राज्यों में हुआ। पहले यह संगठन भारत के दक्षिण के राज्यों में ही सक्रिय था जबकि आगे जाकर इसने अपने पैर बिहार, उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश आदि राज्यों में भी पसार लिए। लेकिन अब सरकार ने इस पर शिकंजा कसते हुए पांच साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया। बता दें कि पॉपुलर फ्रंट इंडिया (PFI) की स्थापना मनिथा नीति पसाराई (MNP) और नेशनल डेवलपमेंट फंड (NDF) ने की थी।
भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की साजिश, 2047 के लिए बनाया प्लान
PFI के इरादे बेहद खतरनाक थे। देश में दंगे करवाने, माहैल बिगाड़ने, हिंदूओं को निशाना बनाने जैसे कार्य यह इस्लामिक संगठन कर रहा था। इतना ही नहीं हिन्दू बहुल देश भारत को यह संगठन साल 2047 तक इस्लामिक राष्ट्र बनाने के सपने देख रहा था। PFI ने सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स में लिखा कि, 2047 में जब देश आजादी के 100 साल मना रहा होगा, तब तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाना है। 10% मुस्लिम भी साथ दें, तो कायरों को घुटनों पर ला देंगे।
आतंकी गतिविधियों से जुड़े PFI के तार, देश को पहुंचा रहे थे नुकसान
PFI और इससे जुड़े अन्य संगठन देश के लिए खतरा साबित हो रहे थे। ये सभी संगठन ने देश के प्रति गद्दारी करते हुए काम कर रहे थे। आतंकी गतिविधियों से भी इनके तार जुड़े हुए थे। ये सभी आतंकवाद के समर्थक है।
PM मोदी भी थे PFI के निशाने पर, बिहार में मारने का था प्लान
PFI के निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी थे। ED ने अदालत में PFI और उससे जुड़े संगठनों की सारी पोल पट्टी खोल दी। ED ने अदालत में बताया कि PM मोदी संगठन के निशाने पर थे। बिहार में PM को मारने का प्लान बनाया गया था। इस साल पटना में 12 जुलाई को रैली के दौरान PM को मारने की साजिश की गई थी।