भारत विरोधी माओवादी प्रमुख प्रचंड बना नेपाल का प्रधानमंत्री
नेपाल के शीर्ष माओवादी नेता पुष्प कमल दहल उर्फ़ प्रचंड ने प्रधानमंत्री पद के चुनाव के लिए आज चुन लिया गया (prachand elected as PM in Nepal) । इससे देश में राजनीतिक अस्थिरता आने की उम्मीद जताई जा रही है।
अपने भारत विरोधी रूख के लिए पहचाने जाने वाले प्रचंड के नेपाल का 39वां प्रधानमंत्री बने है। उनको सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस का समर्थन हासिल है। मधेसी पार्टियों ने भी उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया है।
नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देवबा ने सीपीएन-माओवादी सेंटर के प्रमुख प्रचंड की उम्मीदवारी का प्रस्ताव दिया और माओवादी नेता कृष्ण बहादुर महारा ने इसका समर्थन किया।
यह महत्वपूर्ण घटनाक्रम उस वक्त हुआ है जब एक दिन पहले नेपाली राष्ट्रपति विद्या भंडारी ने बहुमत वाली सरकार के गठन के लिए सभी राजनीतिक दलों का नए सिरे से आह्वान किया था।
इससे पहले राष्ट्रपति की ओर से सरकार के गठन के लिए दी गई समयसीमा खत्म हो गई थी और और प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच कोई सहमति नहीं बन पाई थी।
स्पीकर ओनसारी घारटी ने आज सुबह 11 बजे 596 संसदीय संसद की बैठक बुलाई थी, जिसमें नए प्रधानमंत्री का चुनाव हुआ।
केपी ओली ने बीते 24 जुलाई को प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद नेपाल में नया राजनीतिक संकट पैदा हो गया।