जब जीनत अमान को प्रपोज करने वाले थे देव आनंद, कर ली थी तैयारी, लेकिन राज कपूर ने तोड़ दिया दिल
जहां जीनत को प्रपोज करने वाले थे देव आनंद, वहां देख लिया था कुछ ऐसा, फिर बदल लिया मन
एक बेहतरीन अभिनेता ही नहीं बल्कि स्टाइल और फैशन आइकॉन भी रहे दिग्गज एवं दिवंगत अभिनेता देव आनंद की आज (26 सितंबर) जयंती है। देव साहब आज जीवित होते तो वे अपना 99वां जन्मदिन मना रहे होते लेकिन दुर्भाग्यवश 11 साल पहले साल 2011 में उनका निधन हो गया था।
देव आनंद ने बड़े पर्दे पर ख़ास नाम कमाया था। 26 सितंबर 1923 को उनका जन्म पाकिस्तान में हुआ था। स्कूल की पढ़ाई के बाद वे अपना ग्रेजुएशन पूरा नहीं कर पाए। क्योंकि आर्थिक स्थिति इतनी ठीक नहीं थी। ऐसे में बाद में वे एक्टर बनने की चाह लिए मुंबई आ गए थे। यहां उन्हें नौकरी भी करनी पड़ी और नाटकों में भी काम किया।
देव साहब ने इसके बाद फ़िल्मी दुनिया में कदम रखें। साल 1946 में उनकी पहली फिल्म आई थी। जल्द ही बॉलीवुड में वे लोकप्रिय हो गए थे और एक सुपरस्टार कहलाए। अपने अभिनय के साथ ही देव साहब अपने फैशन सेंस के कारण भी चर्चा में रहे। वहीं उन्होंने अपनी निजी जिंदगी से भी खूब सुर्खियां बटोरी थी।
देव साहब अपने साथ काम करने वाली अभिनेत्रियों संग अच्छा रिश्ता साझा करते थे और अपनी कुछ सह कलाकार को वे दिल भी दे बैठे थे। देव साहब बेहद रोमांटिक किस्म के थे। एक बार खुद उन्होंने साक्षात्कार में कहा था कि, ”वो हमेशा प्यार में रहते’ थे”। देव साहब ने अपनी बायोग्राफी भी लिखी थी। इसमें उन्होंने अपने निजी जीवन के राज भी खोले थे।
साल 2008 के दौरान देव साहब ने कहा था कि, रोमांस खूबसूरत है। मैं हमेशा प्यार में हूं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप हर समय महिलाओं के साथ सो रहे हैं। यहां तक कि एक खूबसूरत लड़की के बारे में सोचना या कविता पढ़ना भी रोमांटिक होता है।
सुरैया से हुई थी पहली मोहब्बत
गुजरे दौर की अभिनेत्री सुरैया और देव साहव की मोहब्बत किसी से छिपी नहीं। बताया जाता है कि सुरैया देव आनंद का पहला प्यार थी लेकिन यह प्यार अधूरा रह गया था। देव साहब ने सुरैया को एक अंगूठी दी थी लेकिन सुरैया की नानी दोनों के रिश्ते के खिलाफ थी। नानी ने वो अंगूठी समुद्र में फिंकवा दी थी। इसके बाद देव और सुरैया अलग हो गए थे और फिर नहीं मिले।
फिर जीनत अमान पर आया देव साहब का दिल
सुरैया के बाद देव साहब को अभिनेत्री जीनत अमान से भी प्यार हुआ था। उन्होंने अपनी आत्मकथा ‘रोमांसिंग विद लाइफ’ में लिखा है कि, ”जीनत अमान से मेरा गहरा जुड़ाव हो गया था। वो जब भी बात करती, मुझे बहुत अच्छा लगता। अवचेतन में, हम भावनात्मक रूप से एक-दूसरे से जुड़ गए थे। अचानक, एक दिन मुझे लगा कि मैं जीनत से बेहद प्यार करता हूं”।
उन्होंने आगे लिखा कि, ”मैं उसे अपनी भावनाएं बताना चाहता था, मुझे उसे प्रपोज करने के लिए एक बेहद खास जगह की जरूरत थी जो रोमांटिक हो। मैंने शहर के शीर्ष पर, ताज में रेंडी जवस को चुना, जहां हमने पहले एक बार साथ में डिनर किया था”।
देव साहब ने बताया था कि एक बार जीनत और राज कपूर को उन्होंने उसी स्थान पर साथ में देखा था। इसके बाद देव साहब का दिल टूट गया और उन्होंने कभी भी जीनत के सामने अपने प्रेम का इजहार नहीं किया।