वो एक्ट्रेस जिसके प्यार में पागल मंगेतर ने बॉयफ्रेंड के किए थे 300 टुकड़े, ऐसे हुआ था पर्दाफाश
कन्नड़ सिनेमा की कई फिल्मों में नजर आ चुकी एक्ट्रेस मारिया सुसाइराज हिंदी सिनेमा में भी बड़ा मुकाम हासिल करना चाहती थी। ऐसे में वह अपने सपनों की उड़ान भरने के लिए मुंबई आ गई। यहां पर मारिया कई दिनों तक काम की तलाश करने लगी। इसी बीच उनकी मुलाकात टीवी प्रोडक्शन हाउस में काम करने वाले नीरज ग्रोवर से हुई। नीरज ग्रोवर से दोस्ती करना मारिया के लिए बेहद खतरनाक साबित हुआ और वह एक मर्डर केस में फस गई। आइए जानते हैं मारिया और नीरज की इस दिल दहला देने वाली कहानी के बारे में..
नीरज से दोस्ती कर बर्बाद हुआ मारिया का करियर
यह बात साल 2008 की है जब मारिया ने हिंदी इंडस्ट्री में नाम कमाने का फैसला लिया था। यहां पर उनकी मुलाकात नीरज से हुई। नीरज भी मारिया को फिल्मों में काम दिलाने के लिए मदद कर रहे थे। ऐसे में यह दोनों एक दूसरे के अच्छे दोस्त बने और फिर इनके बीच नजदीकियां बढ़ी। मुंबई आने के बाद मारिया ने मलाड इलाके में किराए पर एक फ्लैट लिया था। इस दौरान नीरज भी मारिया की मदद करवाने के लिए उनके फ्लैट पर पहुंचे।
नीरज से मुलाकात से पहले मारिया नेवी लेफ्टिनेंट एमिले जेरोम मैथ्यू के साथ रिलेशनशिप में थी। जिस दिन नीरज और मारिया फ्लैट में एक साथ थे। उसी दिन एमिले ने उन्हें फोन किया।
बॉयफ्रेंड की बात न मानकर मारिया ने मोल ली थी मुश्किलें
इस दौरान मारिया ने मंगेतर एमिले को नीरज के बारे में सब बताया भी। ऐसे में एमिले ने मारिया को नीरज को रात में ना रुकने की सलाह दी थी, लेकिन उन्होंने यह बात बिल्कुल नहीं मानी। इसके बाद धीरे-धीरे एमिले को इस बात का शक हो गया कि नीरज और मारिया के बीच कुछ है। ऐसे में एमिले सीधे मुंबई आ गए। जैसे ही वह मारिया के फ्लैट पर पहुंचे तो उन्हें नीरज भी मिले। यह सब देख कर एमिले को गुस्सा आ गया और नीरज से उनकी लड़ाई हुई। दोनों के बीच इतनी ज्यादा लड़ाई हुई कि एमिले ने गुस्से में नीरज को चाकू मार दिया जिससे उनकी मौत हो गई।
लाश को ठिकाने लगाने के लिए किए 300 टुकड़े
नीरज की मौत से एमिले घबरा गए और उन्होंने किसी भी तरह इस मामले से खुद को बचाना चाहा। ऐसे में उन्होंने लाश को ठिकाने लगाने के लिए उसके करीब 300 टुकड़े कर दिए जिन्हे बेग में भरकर वह जंगल में ले गए और उन्हें जला दिया। रातोंरात घर का फर्नीचर और चादर बदल दिए गए। इतना ही नहीं बल्कि फ़्लैट की दीवारों पर भी नया पेंट कर दिया गया। जब नीरज के घर वाले उनके फोन ना करने से परेशान हुए तो उन्होंने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई।
मारिया ने पुलिस को सुनाई मनगढ़त कहानी
इसके बाद मारिया से पूछताछ की गई तो उन्होंने नीरज का फोन पुलिस को सौंपा। इस दौरान मरिया ने मनगढ़ंत कहानी बताई कि नीरज उस रात उनके फ्लैट से चले गए थे लेकिन जब मारिया से सख्ती से सवाल किया गया तो उन्होंने सारा सच उगेल दिया। इस दौरान मारिया ने यह भी बताया कि हत्या से केवल 3 दिन पहले ही उनकी नीरज से मुलाकात हुई थी।
वही बिल्डिंग के चौकीदार ने खुद इस बात को बताया था कि एमिले कार में बैग रखते हुए दिखे थे। इसके बाद पुरे मामले का पर्दाफाश हो गया। इसके बाद 11 जुलाई 2011 को कोर्ट ने एमिले को नीरज की हत्या का दोषी और मारिया को सबूत मिटाने का दोषी करार देते हुए 10 और 3 साल की सजा का एलान किया। रिपोर्ट की माने तो मारिया को रिहा कर दिया गया है।