आयुर्वेद में है ताक़त! दिला सकता है हाई ब्लड प्रेशर से हमेशा के लिए मुक्ति..
दुनियाभर में करोड़ो लोग हाई ब्लड प्रेशर का शिकार हैं. उम्रदराज़ लोगों में इसकी समस्या अधिक होती है. बढ़ती उम्र के साथ इस बीमारी के बढ़ने का भी ख़तरा रहता है. जब धमनियों में रक्त का प्रवाह तेज़ हो जाता है तब हाई ब्लड प्रेशर की समस्या पैदा होती है. जिन लोगों को इसकी समस्या होती है वे लोग इससे छुटकारा पाने के लिए हर तरह के नुस्खे आजमा लेते हैं. कुछ नुस्खे तो इस बीमारी को थोड़े समय के लिए टाल भी देते हैं पर जड़ से ख़त्म नहीं कर पाते.
हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए ऐसे उपाय की ज़रुरत है जो प्रभावकारी हो और साथ ही स्थायी भी हो. आयुर्वेद एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें गंभीर से गंभीर बीमारियों का उपचार संभव है. आयुर्वेद में उच्च रक्तचाप की समस्या के लिए अनेक प्रभावी नुस्खे मौजूद हैं. आज हम आपको उन्ही कुछ आयुर्वेदिक उपायों के बारे में बताएंगे जो हाई बीपी की समस्या से निज़ात दिलाने में मदद कर सकती है.
हाई बीपी से छुटकारा पाने का तरीके :
पित्त और वात दो तरह के दोष होते हैं. आयुर्वेद में इन्ही दो दोषों के कारण हाई ब्लड प्रेशर होता है. आयुर्वेदिक इलाज में औषधियों की मदद से इन दोषों को बैलेंस किया जाता है. गोक्षुर एक प्रकार की आयुर्वेदिक दवाई है जो हाई ब्लड प्रेशर के साथ अन्य कई बीमारियों से भी निज़ात दिलाती है. शरीर और दिमाग की शांति के लिए गुलकंद को फ़ायदेमंद औषधि बताया गया है. इसका इस्तेमाल व्यक्ति के तनाव को दूर कर उसका मूड अच्छा बनाये रखता है.
सिर्फ औषधियां ही नहीं बल्कि अच्छा खान-पान भी व्यक्ति को बीपी की समस्या से छुटकारा दिला सकता है. शाकाहारी भोजन हाई बीपी पेशेंट्स के लिए सबसे अच्छा बताया गया है. डाइट में आजवाइन, करेला और लहसुन का इस्तेमाल हाई बीपी की समस्या से आराम दिला सकता है. इसके अलावा फलों में अंगूर, केला, तरबूज और अमरुद का अधिक से अधिक सेवन करें. पनीर, मक्खन और दूध को भी अपनी डाइट में शामिल करें. हाई बीपी पेशेंट्स को कैफीन उत्पादों से परहेज़ करना चाहिए. इसके अलावा हो सके तो भोजन में नमक की मात्रा भी कम ही रखें. हाई बीपी से छुटकारा पाने का सबसे आसान तरीका है नियमित एक्सरसाइज़ करना. इसलिए आधे घंटे की एक्सरसाइज़ को अपनी डेली रूटीन में ज़रूर शामिल करें.