बंद हो जाएंगे ये 15 बैंक? बैंक में खाता है तो जान लें ये जरुरी बातें
नई दिल्ली – मोदी सरकार देश की आर्थिक स्थिती को और मजबुत करने के लिए बड़े पैमाने पर वैश्विक आकार के बैंकों की संख्या को कम करने कि तैयारी कर रही है। जिसके तहत, सरकार स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के जैसे ही कई और सरकारी बैंकों का विलय किये जाने योजना है। माना जा रहा है कि सरकार बैंकों का मर्जर दो चरणों में करेगी। पहले चरण में इनकी संख्या को 21 से घटाकर 12 किया जा सकता है। तो वहीं, दूसरे चरण में सरकार बैंकों की संख्या को 12 से घटाकर 6 पर कर सकती है। Government banks will merge.
क्या है सरकार की योजना
पहले चरण में मौजूदा 21 सरकारी बैंकों की संख्या को घटकर 12 किया जा सकती है। इस कदम के पीछे सरकार का उद्देश्य पूरे देश में एसबीआई के जैसे ही कम से कम 3-4 बैंक रखने की योजना है। पहले चरण में मर्जर से पहले ये ध्यान रखा जाएगा कि एक ही तरह की तकनीकी (आइटी इंफ्रास्ट्रक्चर) इस्तेमाल करने वाले बैंकों का मर्जर आसान हो सके। इस योजना के पीछे सरकार देश के आर्थिक विकास के लिए बैंकों कि संख्या 5-6 से करना चाह रही है।
पहले चरण में ये बंद हो जाएंगे ये 9 बैंक
इस योजना के अनुसार, पंजाब नेशनल बैंक में ओबीसी, इलाहाबाद बैंक, कॉरपोरेशन बैंक, इंडियन बैंक का मर्जर हो सकता है। पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, बैंक ऑफ इंडिया जैसे बड़े बैंकों का अधिग्रहण करने के लिए छोटे बैंकों के समायोजन करने का प्लान है। हालांकि, पंजाब एंड सिंध बैंक और आंध्रा बैंक जैसे बैंक और मध्यम आकार के कुछ बैंक स्वतंत्र रहेंगे।
ऐसी स्थिती में आप क्या करें
सरकार की इस योजना के तहत अगर आपके बैंक को भी मर्ज या ऐक्विज़िशन किया रहा है तो जो बैंक आपके बैंक का अधिग्रहण करेगा, उसमें आपका खाता अपने आप ट्रांसफर हो जाएगा। हालांकि, इससे पहले बैंक अपने ग्राहकों को इस बारे में एक नोटिफिकेशन के जरिए सूचना देकर ग्राहकों की सहमति मांगी जाएगी। आपको इससे घबराने कि जरुरत नहीं है। आप अपने पुराने पासबुक और एटीएम कार्ड का इस्तेमाल नए बैंक के लिए भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको नए बैंक का नया पासबुक और एटीएम कार्ड बनवाने की जरुरत नहीं होगी।