जब महेश भट्ट ने बताई परिवार की काली सच्चाई, बोले- मेरे मरने पर मेरा परिवार खुश होगा, क्योंकि..
फिल्ममेकर महेश भट्ट आए दिन किसी ना किसी वजह से सुर्खियों में बने रहते हैं। वैसे वे अपनी फिल्मों को लेकर कम और अपनी निजी जिंदगी व विवादित बयानों को लेकर अधिक चर्चा में रहते हैं। उन्होंने अपने जीवन में कई ऐसे बयान दिए जिससे हंगामा मच गया। जैसे उन्होंने अपनी बेटी पूजा के लिए कहा था कि ‘यदि पूजा मेरी बेटी ना होती तो मैं उस से शादी कर लेता।’ आज हम आपको महेश भट्ट का ऐसा ही एक और शॉकिंग स्टेटमेंट बताने जा रहे हैं।
जब महेश भट्ट ने बताई परिवार की काली सच्चाई
महेश भट्ट के परिवार की बात करें तो उन्होंने अपने जीवन में दो शादियां रचाई। उनकी पहली शादी किरण भट्ट से हुई। इस शादी से उन्हें दो बच्चे पूजा भट्ट और राहुल भट्ट हुए। फिर दूसरी शादी एक्ट्रेस सोनी राजदान से की। इससे उन्हें दो बेटियां आलिया भट्ट और शाहीन भट्ट हुई। अब वैसे तो इन सभी सौतेले भाई बहनों का आपस में बहुत प्यार है। ये अक्सर पारिवारिक कार्यक्रम में साथ दिखाई देते हैं। लेकिन इस परिवार की एक काली सच्ची भी है जिसे खुद महेश भट्ट ने उजागर किया।
मेरे मरने पर खुश होगा परिवार
महेश भट्ट ने एक बार सिमि ग्रेवाल के शो पर कहा था कि ‘जब वे मरेंगे तो उनका परिवार खुश होगा।’ यह बात उन्होंने किसलिए कही थी चलिए इसे विस्तार से जानते हैं। महेश भट्ट के कहा था ‘हमारी संस्कृति में रोल प्ले बहुत होता है। जो आपसे दूर रहता है वही इसका इस्तेमाल करता है। उदाहरण के लिए यदि मैं अपने भाई की उम्मीदों को पूरा ना करूं तो वह मुझे गंदा भाई कहेगा। इसी तरह यदि मैं अपनी फाईली को खाना ना दूं तो वह मुझे परिवार का बुरा सदस्य मानेंगे।
शो में महेश भट्ट से सवाल पूछा गया कि ‘यदि आप अपनी फैमिली को पैसे नहीं देते हैं तो क्या इसका कोई असर उन पर पड़ेगा? इस पर फिल्म मेकर ने कहा था कि ‘मेरे ख्याल से नहीं।’ महेश भट्ट ने हालांकि आगे कहा था ‘कुछ गोल्स होते हैं जो परिवार को एकजुट कर के रखते हैं। वह इन रिश्तों को खत्म नहीं होने देते हैं।
मारूंगा तो सबके लिए सोने की खान छोड़कर जाऊंगा
महेश भट्ट ने आगे कहा था “जब परिवार का मुखिया मर जाता है तो सभी पैसों की खातिर कुत्ते-बिल्लियों की तरह लड़ने लगते हैं। मैं जानता हूं कि जब मैं मर जाऊंगा तब मेरी फैमिली कहेगी कि ओह मेरे पिता, ओह मेरे पति, हम उन्हें मिस कर रहे हैं। हालांकि उन्हें यह जानकर खुशी भी होगी कि मैं उनके लिए सोने की खान छोड़कर गया हूं।
वैसे महेश भट्ट की बातों से आप किस हद तक सहमत हैं?