जानें आज का गुड लक, इस तरह से बनाये आज पुरे दिन की योजना पूरी होगी हर इच्छा
आज शुक्रवार के दिन दिनांक 25.08.2017 को भाद्रपद शुक्लपक्ष की चतुर्थी पड़ रही है। आज के दिन को गणेश चतुर्थी या गणेश जन्मोत्सव मनाया जाता है। हिन्दू धर्म में आज के दिन का बहुत ज्यादा महत्व है। आज के दिन लोग अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए व्रत भी रखते हैं। आज गणेश चतुर्थी के अलावा सामदेव उपाकर्म पर्व मनाया जाता है। उपाकर्म को सरल भाषा में जनेऊ कहते हैं। सामदेव संस्कृति के अनुसार यह पर्व गण-गायत्री के पूजन व यज्ञोपवित धारण करने हेतु मनाया जाता है।
बनने लगते हैं उच्च शिक्षा के योग:
तमिलनाडु में इसी पर्व को अवनी अविट्टम के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भगवान गणेश के बाल रूप को गायत्री मन्त्र और विधान के साथ जनेऊ धारण करवाया जाता है। आज के दिन की जानें वाली भगवान गणेश की पूजा और गायत्री पूजा से उच्च शिक्षा में सफलता के योग बनने लगते हैं। आज के पूजा से व्यक्ति जीवन में हर कष्ट और विघ्न से बचा रहता है और उसकी हर इच्छा पूरी होती है।
पूजन विधि:
आज घनेश चतुर्थी है और गणेश जन्मोत्सव मनाया जाता है। इसलिए आज के दिन भगवान गणेश के पूजन का विशेष महत्व है। भगवान गणेश के चित्र या प्रतिमा की विधिवत पूजा करें। सर्वप्रथम शुद्ध देशी घी का दीपक जलाएं, उसके बाद सुगन्धित धूप करें। इसके उपरांत गुलाल का तिलक लगाकर, गुलाबी फूल चढ़ाएँ और मोदक का भोग लगायें। हल्दी से रंग हुआ जनेऊ भी भगवान गणेश के ऊपर चढ़ाएँ। इस विशेष मन्त्र का जाप कम से कम एक माला जरुर करें तत्पश्चात मोदक को बच्चों में बाँट दें।
विशेष मंत्र:
गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्॥
पूजन मुहूर्त:
दिन 11:57 से दिन 12:48 तक।
अभिजीत मुहूर्त:
दिन 11:57 से दिन 12:48 तक।
अमृत काल:
प्रातः 08:27 से प्रातः 10:06 तक।
यात्रा महूर्त:
दिशाशूल – पश्चिम। राहुकाल वास – आग्नेय। अतः आग्नेय व पश्चिम दिशा की यात्रा टालें।
वर्जित महूर्त:
प्रातः 08:24 से लेकर रात 20:31 तक भद्रा (पाताल) में रहेगी जिसमें शुभ कार्य वर्जित हैं।
शुभ रंग:
मैजंटा
शुभ दिशा:
उत्तर।
शुभ समय:
दिन 11:57 से दिन 12:48 तक।
शुभ मंत्र:
एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्॥
शुभ टिप्स:
जीवन में सुख-समृद्धि पाने के लिए आज के दिन भगवान श्री गणेश जी पर दूर्वा चढ़ाएं।
जन्मदिन के लिए शुभ:
ऐसा माना जाता है कि आज के दिन गणेश जी पर पान चढ़ाने से शिक्षा का क्षेत्र मजबूत होगा।
एनिवर्सरी के लिए शुभ:
ऐसा कहा जाता है कि आज के दिन किसी ब्राह्मण स्त्री को गुलाबी कपड़ा दान करने से आपका दांपत्य जीवन मिठास से भर जाता है।