रेड लाइट एरिया में मिली लड़की निकली ग्राहक की बहन, उसके बाद जो हुआ बेहद इमोशनल था
वैश्यावृत्ति के धंधे में लड़कियां यूं ही नहीं जातीं. उनकी कोई न कोई मजबूरी ऐसी ज़रूर होती है जो उन्हें इस धंधे में खींच लाती हैं. कई गरीब लोग मजबूर होकर पैसों के चक्कर में अपनी बेटियां दलालों को बेच देते हैं तो कुछ लोग वैश्यावृत्ति का यह धंधा चोरी छुपे चलाते हैं. देह व्यापार का धंधा चलाने वाले लोग लड़कियों की मजबूरी का फायदा उठाकर उन्हें अपनी गिरोह में शामिल कर लेते हैं.
यह धंधा चलाने वाले लोग अलग-अलग जगहों से लड़कियों की तस्करी करते हैं. लेकिन कुछ लड़कियां ऐसी भी होती हैं जो अपनी मर्ज़ी से इस धंधे में आती हैं. परिवार का खर्चा चलाने के लिए या फिर अपने शौक पूरे करने के लिए भी लड़कियां इस धंधे को चुनती हैं. इस धंधे से वह ठीक-ठाक पैसे कमा लेती हैं. लेकिन अधिकतर महिलाएं इस पेशे में अपनी मर्ज़ी से नही बल्कि मजबूरी से आती हैं.
लेकिन ज़रा सोचिये उस वक़्त क्या मंज़र होगा जिस लड़की के आप ग्राहक हैं वह रिश्ते में आपकी बहन निकल जाए? तब शायद आप शर्म से पानी-पानी हो जाएंगे या फिर समझ नहीं पाएंगे कि कैसे रिएक्ट किया जाए. आज हम आपको एक ऐसा मामला बताने जा रहे हैं जहां एक शख्स फेरी करते-करते रेड लाइट एरिया में पहुंच जाता है और फिर वहां उसका सामना एक ऐसे इंसान से होता है जिसे देखकर वह हैरान रह जाता है.
दरअसल, रेड लाइट एरिया में उसे एक लड़की दिखती है. वह लड़की उसे कुछ जानी-पहचानी से लगती है. जब दोनों एक–दूसरे को धीरे-धीरे पहचानने की कोशिश करते हैं तो पता चलता है कि लड़की उसके दोस्त की बहन है. वह शख्स भी उस लड़की को अपनी बहन की तरह मानता था. पूछने पर लड़की ने अपनी सारी आपबीती सुनाई. उसने बताया कि हरियाणा की एक महिला ने उसे शादी और काम का झांसा देकर किशनगंज के चकलाघर में बेंच दिया था. फिर उसे ज़बरदस्ती देह व्यापार करने के लिए मजबूर किया गया. जब वह इसका विरोध करती थी तो वह लोग उसे मारते-पीटते थे. यह सब जानने के बाद इस बात की जानकारी उसने अपने दोस्त को दी जिसके बाद पुलिस की मदद से लड़की के भाई ने रेड लाइट एरिया से अपनी बहन को छुड़वाया.
वहीं, दूसरी लड़की जो कि झारखंड के गुमला जिले की आदिवासी है, ने बताया कि नौकरी के नाम पर एक औरत उसे पटना ले आई. कुछ दिन अपने पास रखने के बाद उसने उसे बेच दिया. इस दौरान वह गर्भवती भी हुई और एक बेटी को जन्म दिया. बेटी की उम्र अब 5 साल है. वह इस दलदल में पिछले 5 सालों से फंसी हुई है. पुलिस ने दो युवतियों को रेड लाइट एरिया से छुड़ाया. यह दोनों लड़कियां अशोक खलीफा और नसीमा खातून के कोठे से बरामद हुई हैं. बता दें कि दोनों मियां-बीवी हैं और मिलकर यह धंधा चलाते हैं. लड़कियों के बयान के आधार पर अशोक खलीफा, पत्नी नसीमा खातून और उसके बेटे राहुल को गिरफ्तार कर लिया गया है.